UK News:  ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने सोमवार को देश के पूर्व पीएम डेविड कैमरन को नया विदेश मंत्री बना कर सबको चौंका दिया. इसके अलावा सुनक ने भारतीय मूल की गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन को बर्खास्त कर दिया और जेम्स क्लेवरली को यह जिम्मेदारी सौंप दी.


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पूर्व पीएम ने विदेश मंत्री के रूप में नियुक्ति के बाद अपनी पहली टिप्पणी में कहा, ‘हालांकि मैं पिछले सात वर्षों से मुख्य राजनीति से बाहर हूं, मुझे उम्मीद है कि मेरा अनुभव प्रधानमंत्री की मदद करने में मेरी सहायता करेगा.’ बता दें कैमरन 2010 से 2016 तक प्रधानमंत्री और 2005 से 2016 तक कंजर्वेटिव पार्टी के नेता रह चुके हैं।


जयशंकर की बैठक से ठीक पहले लिया गया फैसला
मंत्रिमंडल में फेरबदल ऐसे दिन किया गया, जब निवर्तमान विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली का जयशंकर के साथ द्विपक्षीय वार्ता करने का कार्यक्रम था. बता दें जयशंकर पांच दिनों की आधिकारिक यात्रा पर ब्रिटेन में हैं. हालांकि फेरबदल के बाद नवनियुक्त विदेश मंत्री डेविड कैमरन जयशंकर से मुलाकात की.


इजरायल-हमास युद्ध के दौरान कैमरन की वापसी के मायने
गाजा में इजरायल के युद्ध और ब्रिटेन में फिलिस्तीन समर्थक विरोध प्रदर्शन के दौरान पूर्व पीएम डेविड कैमरन की ब्रिटिश राजनीति में अप्रत्याशित वापसी ने मध्य पूर्व के प्रति ब्रिटेन की नीतियों को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं.


रिपोट्स के मुताबिक कैमरन, पहले गाजा पट्टी को 'एक जेल शिविर' कह चुके हैं. उन्होंने इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष के लिए दो-राज्य समाधान की वकालत की भी थी, लेकिन वह इजरायल  के कट्टर समर्थक भी रहे हैं. 


9 अक्टूबर को, जब इजरायल ने गाजा पर 'संपूर्ण' नाकाबंदी की घोषणा की और दो दिन पहले सशस्त्र फिलिस्तीनी समूह हमास द्वारा किए गए एक आश्चर्यजनक हमले के जवाब में इलाके पर बमबारी की तो कैमरन ने इजरायल के पक्ष में अपनी घोषणा की.  उन्होंने एक्स पर अपने पोस्ट में नीले और सफेद इजरायली झंडे को शामिल करते हुए कहा, 'मैं इस सबसे चुनौतीपूर्ण समय में इजरायल के साथ पूरी एकजुटता से खड़ा हूं और प्रधानमंत्री और यूके सरकार को उनके स्पष्ट और दृढ़ समर्थन में पूरी तरह से समर्थन देता हूं.'


वीकेंड में गाजा में फिलीस्तीनियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए हजारों प्रदर्शनकारियों ने लंदन में मार्च किया. पीएम ऋषि सनक ने सोमवार को गृह सचिव सुएला ब्रेवरमैन को बर्खास्त कर दिया, क्योंकि उन्होंने पुलिस पर फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों के साथ बहुत अधिक नरम होने और 'भड़काऊ' टिप्पणी करने का आरोप लगाया था. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या मध्य पूर्व के लिए यूके की रणनीति में बड़ा बदलाव आएगा या नहीं. क्या यूके फिलिस्तीन की तरफ और झुकेगा या फिर मजबूती के साथ इजरायल के साथ खड़ा रहेगा.


(Photo courtesy:FB/David Cameron)