पाकिस्तान : खुद चुनाव नहीं लड़ेगा मुंबई हमले का मास्टमाइंड हाफिज सईद, लेकिन उतारेगा 200 उम्मीदवार
पाकिस्तान में 25 जुलाई को होने वाले आम चुनावों में हाफिज सईद की पार्टी के उम्मीदवार को लड़ेंगे, लेकिन वह खुद चुनावी मैदान में नहीं उतरेगा.
लाहौर : मुंबई आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद की पार्टी जमात-उद-दावा देशभर में राष्ट्रीय और प्रांतीय विधानसभा सीटों पर 25 जुलाई को होने वाले आम चुनावों में 200 से ज्यादा उम्मीदवार खड़े कर रही है. हालांकि सईद ने खुद चुनाव ना लड़ने का फैसला किया है. आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े जमात-उद-दावा (जेयूडी) ने अपना राजनीतिक दल मिल्ली मुस्लिम लीग (एएमएल) शुरू किया लेकिन इसे अभी तक पाकिस्तान निर्वाचन आयोग में पंजीकृत नहीं किया गया है.
पाकिस्तान में काफी सक्रिय है हाफिज सईद की पार्टी
आम चुनाव के नजदीक आने के साथ ही इस समूह ने एक निष्क्रिय राजनीतिक दल अल्लाहू-अकबर तहरीक (एएटी) के नाम से चुनाव लड़ने का फैसला किया है जो चुनाव आयोग में पंजीकृत है. जेयूडी कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने चुनाव आयोग से नामांकन पत्र ले लिए हैं और वे एएटी के मंच से अपने उम्मीदवार खड़े कर रहे हैं.
एमएमएल के प्रवक्ता अहमद नदीम ने की पुष्टि
एमएमएल के प्रवक्ता अहमद नदीम ने कहा, ‘‘एमएमएल अध्यक्ष सैफुल्ला खालिद और एएटी प्रमुख अहमद बरी आगामी चुनावों में एएटी के मंच पर संयुक्त रूप से उम्मीदवार खड़े करने पर सहमत हो गए हैं. सीटों के बंटवारे के समझौते के अनुसार, एमएमएल 200 से अधिक शिक्षित उम्मीदवार खड़े करेगी. वे एएटी के चुनाव चिह्न कुर्सी पर चुनाव लड़ेंगे.’’
यह पूछे जाने पर कि क्या सईद की संसदीय चुनाव लड़ने की योजना है, इस पर प्रवक्ता ने कहा, ‘‘नहीं, हाफिज की अभी ऐसी कोई योजना नहीं है. एमएमएल पहली बार चुनावों में भाग ले रही है और उम्मीद करते हैं कि हम संसद में जाएंगे.’’