Isreal: इजरायल ने पहले गाजा में हमास को मारा, फिर हिजबुल्ला को पीटा और अब एक और मुस्लिम देश के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इजरायली वायु सेना ने ईरान और उसके प्रॉक्सी चरमपंथी संगठनों का गढ़ बने सीरिया में अपने हमले तेज कर दिए हैं. इजरायल इन्हें ईरानी ऑक्टोपस कहता है, जो यहूदी देश को चारों तरफ से घेर रहे हैं. इजरायली मीडिया रिपोर्ट से पता चलता है कि हाल के दिनों में इन हमलों में तेजी आई है. हमास से शुरू हुई यह लड़ाई अब मिडिल ईस्ट में एक अलग मोड़ पर जाती हुई दिख रही है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इजरायल से गुस्‍सा क्यों फिलिस्तीनी राष्ट्रपति?
इसी बीच फिलिस्तीनी राष्ट्रपति ने दुनिया से बचाने के लिए गुहार लगाई है. फिलिस्तीन ने इजरायल के उस हमले की निंदा की है, जो शहर में हुआ था. फिलिस्तीन ने उत्तरी-पश्चिमी तट के नब्लस स्थित बेत फुरिक शहर में फिलिस्तीनियों के घरों पर हुए हमलों और वाहनों को फूंकने की घटना को लेकर इजरायल से नाराजगी जताई है.


दुनिया से बचाने की गुहार
फिलिस्तीनी प्रेसिडेंसी के प्रवक्ता नबील अबू रुदैनेह ने शनिवार को हिंसा की निंदा की और इसे आतंकवादी घटना बताया. उन्होंने पहले गाजा पर इजरायल के आक्रमण को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है और कहा है कि इस जंग को रोकने में मदद करें. इजरायल को रोका जाए.


सिन्हुआ समाचार एजेंसी के अनुसार उन्होंने कहा कि इजरायल की ' आपराधिक गतिविधि और आतंकवाद' अंतरराष्ट्रीय कानूनों की अवहेलना है. जिसे अमेरिका से वित्तीय सहायता और राजनीतिक समर्थन प्राप्त है. उन्होंने पुष्टि की कि फिलिस्तीनी कब्जे और उसके अपराधों का डट कर मुकाबला करेंगे. वे अपनी भूमि पर काबिज रहेंगे और अपने पवित्र स्थलों और अधिकारों की रक्षा करते रहेंगे.


इजरायल का नहीं आया कोई जवाब
उन्होंने इस बात को दोहराया कि लगातार हिंसा और हमलों से क्षेत्र में सुरक्षा या स्थिरता नहीं आएगी. फिलिस्तीनी सूत्रों के अनुसार, शनिवार सुबह इजरायलियों ने बेत फुरिक शहर में घरों पर हमला किया, तीन वाहनों और कृषि कक्षों को जला दिया. इजरायल की तरफ से इस घटना के बाद से कोई टिप्पणी जारी नहीं की गई है. फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पश्चिमी तट पर 7 अक्टूबर, 2023 से स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. फिलिस्तीनी स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक इजरायली गोलीबारी और हवाई हमलों में उसके 770 से अधिक नागरिक मारे गए हैं.