नई दिल्‍ली : पाकिस्‍तान के पूर्व राष्‍ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने एक बार फिर आतंकी संगठन जमात-उद दावा और मुंबई आतंकी हमले के मास्‍टरमाइंड हाफिज सईद को लेकर हमदर्दी दिखाई और कश्मीर में 'जिहाद' को चलाने में उसकी भूमिका का समर्थन किया.


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परवेज मुशर्रफ ने पाकिस्‍तान के ARY News से बातचीत करते हुए कहा कि 'मैं हाफिज सईद को बहुत पसंद करता हूं और उनके संगठन जमात-उद दावा का समर्थन करता हूं. उन्‍होंने साफ तौर पर यह भी कह डाला कि मैं लश्‍कर के तैयबा का बड़ा समर्थक हूं और मैं जानता हूं कि लश्‍कर और जमात-उद-दावा भी मुझे पसंद करते हैं. इसके साथ ही उन्‍होंने यह भी कहा कि मैं सईद से कई बार मिला हूं'.


पाकिस्‍तान के पूर्व राष्‍ट्रपति ने कहा, 'हम हमेशा कश्मीर में कार्रवाई और भारतीय सेना को दबाने के लिए के पक्ष में रहे हैं. लश्‍कर बहुत बड़ी 'सेना' हैं और भारत ने अमेरिका के साथ साझेदारी करके उन्‍हें आतंकवादियों के रूप में घोषित किया है. हां, लश्‍कर कश्‍मीर में सक्रिय है'.


 



 


इससे पहले जनरल परवेज मुशर्रफ ने 2008 के मुंबई आतंकी हमलों में जमात-उद दावा और हाफिज सईद का हाथ होने से साफ इंकार किया था. इस हमले में 168 लोग मारे गए थे. उन्‍होंने कहा था, "मुझे नहीं लगता कि सईद 26/11 के हमलों के पीछे था. पाकिस्तान में हम उसे एक आतंकवादी नहीं कहते हैं".


उल्‍लेखनीय है कि बीते 24 नवंबर को ही पाकिस्तान ने प्रतिबंधित संगठन जमात-उद-दावा प्रमुख और 2008 के मुंबई हमले के मुख्य साजिशकर्ता हाफिज सईद को नजरबंदी से रिहा कर दिया था. वह इस वर्ष जनवरी से हिरासत में था. सईद को मुंबई हमले की नौवीं बरसी से पहले रिहा किया गया. रिहाई के कुछ ही समय बाद सईद ने भारत विरोधी अपने भाषण में कहा था कि वह कश्मीर मुद्दे के लिए देशभर से लोगों को जुटाएगा.


आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्तता के कारण जमात-उद-दावा प्रमुख पर अमेरिका ने एक करोड़ डॉलर का इनाम घोषित कर रखा है. भारत ने सईद को रिहा करने के न्यायिक बोर्ड के फैसले पर नाराजगी जताई थी. भारत ने कहा कि यह फैसला प्रतिबंधित आतंकवादियों को मुख्यधारा में लाने का पाकिस्तान का प्रयास और सरकार से इतर तत्वों को उसके लगातार समर्थन को दर्शाता है. वहीं, अमेरिका ने भी पाकिस्तान सरकार से कहा कि वह मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को उसके गुनाहों के लिए फिर से गिरफ्तार करे और आरोपी बनाए. अमेरिका के बाद फ्रांस ने भी हाफिज सईद को रिहा करने को लेकर पाकिस्तान को अपनी नाखुशी से अवगत कराया. 


दरअसल, मुंबई हमले के सरगना हाफिज सईद ने आतंकियों को चिन्हित करने वाली सूची से अपना नाम हटाने के लिए संयुक्त राष्ट्र में याचिका दाखिल की है. उसने दलील दी है कि उसके खिलाफ पाकिस्तानी अदालत में ना तो आतंकवाद ना कोई अन्य आरोप साबित हो पाया है. प्रतिबंधित जमात-उद-दावा (जेयूडी) के प्रमुख पर आतंकवादी गतिविधियों के लिए अमेरिका ने एक करोड़ डॉलर का इनाम घोषित कर रखा है. पाकिस्तानी सरकार ने किसी भी अन्य मामले में उसकी हिरासत खत्म कर दी, जिसके बाद शुक्रवार से वह आजाद है.