Israel Hamas War: IDF ने कहा- सैनिकों ने गलती से तीन इजरायली बंधकों पर चलाई गोली, मौत
Israel Defense Forces: आईडीएफ के प्रवक्ता डैनियल हगारी ने शुक्रवार को कहा , ‘शेजैया में लड़ाई के दौरान, आईडीएफ ने गलती से तीन इजरायली बंधकों को खतरा समझ लिया. नतीजतन सैनिकों ने उनकी ओर गोलीबारी की और वे मारे गए.’
Israel Hamas War News: इजरायली सैनिकों ने उत्तरी गाजा में तीन इजरायली बंधकों की गोली मारकर हत्या कर दी. सीएनएन के मुताबिक, इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) के प्रवक्ता डैनियल हगारी ने शुक्रवार को कहा , ‘शेजैया में लड़ाई के दौरान, आईडीएफ ने गलती से तीन इजरायली बंधकों की खतरे के रूप में पहचान की. नतीजतन सैनिकों ने उनकी ओर गोलीबारी की और वे मारे गए.’
हगारी ने कहा, ‘जिस इलाके में घटना हुई, वहां तलाशी और जांच के दौरान मृतकों की पहचान पर शक पैदा हुआ. उनके शवों को जांच के लिए इजरायली क्षेत्र में भेजा गया, जिसके बाद यह पुष्टि हुई कि वे तीन इजरायली बंधक थे.'
कौन थे मारे गए तीनों इजरायली?
बंधकों की पहचान योतम हैम और एलोन शिमरिज़ के रूप में की गई है, जिन्हें 7 अक्टूबर को किबुत्ज़ कफ़र अज़ा से किडनैप किया गया था. इसके अलावा समीर तलाल्का, का उसी दिन किबुत्ज़ निर अम से अपहरण हुआ था.
हगारी ने कहा कि आईडीएफ का मानना है कि तीन लोग या तो अपने बंधकों से बच गए थे या क्षेत्र में लड़ाई के कारण ‘पीछे रह गए’. उन्होंने कहा, आईडीएफ ने तुरंत घटना की समीक्षा शुरू कर दी.
गाजा में अब भी मौजूद हैं इतने बंधक
तीन बंधकों की मौत की खबर की घोषणा से पहले, इजरायल ने शुक्रवार को जानकारी दी थी कि उसका मानना है कि 7 अक्टूबर के हमले में बंधक बनाए गए लोगों में गाजा में अभी 132 बंधक बचे हैं, जिनमें से 112 को अभी भी जीवित माना जाता है. बता दें हमास ने पिछले दिनों एक अस्थायी युद्ध विराम के दौरान 100 से अधिक बंधकों को रिहा कर दिया था, जिसके बदले में इजरायल ने 240 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया.
अलजजीरा के पत्रकार की मौत
गाजा के खान यूनिस में फरहाना स्कूल पर एक इजरायली हमले में अल जज़ीरा के पत्रकार समीर अबुदाका की मौत हो गई और नेटवर्क के गाजा प्रमुख वाएल दहदौह घायल हो गए. अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक हमले में एक अन्य फ़िलिस्तीनी पत्रकार, रामी बुदैर और नागरिक सुरक्षा टीम के तीन सदस्य भी मारे गए.
रिपोर्ट के मुताबिक 7 अक्टूबर से अब तक इजरायली हमलों में कम से कम 18,787 फिलिस्तीनी मारे गए. वहीं इजरायल में मरने वालों की संशोधित संख्या लगभग 1,200 है.