नई दिल्ली: कश्मीर मसले को लेकर मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने भारत की आलोचना की थी, जिसके बाद नाराज भारतीय कारोबारियों ने मलेशिया से पाम तेल आयात के नए सौदे करना बंद कर दिया था. भारत के इस कदम से मलेशिया की बेचैनी बढ़ गई और भारतीय खरीदारों को मनाने की कोशिश में जुट गया. इसके बाद मलेशिया के भारत को लेकर सुर बदल गए. दूसरी तरफ पाकिस्तान मलेशिया से अच्छे संबंध बरकरार रखने के लिए हरसंभव कोशिश कर रहा है.


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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान 2018 में पदभार संभालने के बाद दूसरी बार मलेशिया की यात्रा पर जा रहे हैं. डॉन न्यूज के मुताबिक, रविवार को विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा कि खान कैबिनेट सदस्यों और वरिष्ठ अधिकारियों वाले उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ मलेशिया दौरे पर जाएंगे.



बयान में कहा गया, "अपनी यात्रा के दौरान, खान के मलेशियाई प्रधानमंत्री के साथ बैठक करने और प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करने करने की संभावना है. दोनों नेता दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण समझौतों से संबंधित एक हस्ताक्षर कार्यक्रम में भी मौजूद रहेंगे और संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में शामिल होंगे."


प्रधानमंत्री मलेशिया में इंस्टीट्यूट ऑफ स्ट्रेटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को भी संबोधित करेंगे. आपको बता दें कि मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने हाल ही में संयुक्त राष्ट्र महासभा में कश्मीर का मसला उठाते हुए कहा था कि जम्मू-कश्मीर मसले पर संयुक्त राष्ट्र में प्रस्ताव लाए जाने के बावजूद भारत ने उस पर आक्रमण कर उसे अपने कब्जे में कर लिया.उन्होंने कहा, "भारत की इस कार्रवाई की भले ही कोई वजह रही हो लेकिन यह गलत है. भारत को पाकिस्तान के साथ मिलकर समस्या का समाधान करना चाहिए."