World News In Hindi: संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मंगलवार (24 अक्टूबर) को व्हाइट हाउस में दो भारतीय-अमेरिकी वैज्ञानिकों को देश के सर्वोच्च वैज्ञानिक सम्मान से सम्मानित किया. अशोक गाडगिल को नेशनल टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशनल मेडल और सुब्रा सुरेश को नेशनल मेडल ऑफ साइंस से सम्मानित किया गया.


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व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा, 'आज, राष्ट्रपति बाइडेन कई अमेरिकियों को नेशनल मेडल ऑफ साइंस और नेशनल मेडल ऑफ साइंस से सम्मानित कर रहे हैं, इन लोगों ने देश की मजबूत बनाने के लिए विज्ञान, टेक्नोलॉजी और इनोवेशनल में शानदार उपलब्धियां हासिल की हैं.'


सुब्रा सुरेश:
सुरेश का जन्म 1956 में मुंबई, भारत में हुआ था. उन्होंने भारत में ग्रैजुएन की पढ़ाई पूरी की और बाद में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री के लिए 1979 में आयोवा स्टेट यूनिवर्सिटी चले गए.


सुरेश 1981 में मैटेरियल साइंस के एक्सपर्ट रॉबर्ट ओ रिची के मार्गदर्शन में मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी की.


2010 में, उन्हें पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा नेशनल साइंस फाउंडेशन के प्रमुख के लिए नामित किया गया था और अमेरिकी सीनेट द्वारा सर्वसम्मति से इसकी पुष्टि की गई थी.


सुरेश ने 2010 से 2013 तक एनएसएफ का नेतृत्व किया.  अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई नई पहल की जिनमें इंटीग्रेटेड एनएसएफ सपोर्ट प्रमोटिंग इंटरडिसिप्लिनरी रिसर्च एंड एजुकेशन (इंस्पायर) शामिल है.


सुरेश को 2011 में भारत के राष्ट्रपति द्वारा दिया गया भारत का चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान, पद्म श्री पुरस्कार मिला. इसी साल उन्हें भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान कांग्रेस से जनरल प्रेसिडेंट का स्वर्ण पदक भी मिला. इसके अलावा भी सुरेश को कई अन्य पुरस्कारों से नवाजा गया है.


अशोक गाडगिल:


1950 में मुंबई, भारत में जन्मे गाडगिल एंड्रयू और वर्जीनिया रुड फैमिली फाउंडेशन के प्रतिष्ठित अध्यक्ष और कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी, बर्कले में सेफ वाटर और सेनिटेशन के प्रोफेसर हैं. उन्होंने विकासशील दुनिया की कुछ सबसे कठिन समस्याओं के लिए कम लागत वाले समाधान विकसित करने में काम किया है. इनमें सुरक्षित पेयजल तकनीक, ऊर्जा-कुशल स्टोव और किफायती बिजली बनाने के उपाय शामिल हैं.


अशोक को 2023 'आर एंड डी लीडर ऑफ द ईयर' सहित कई सम्मान प्राप्त हुए हैं.


बता दें नेशनल मेडल ऑफ साइंस अमेरिका का सर्वोच्च वैज्ञानिक सम्मान है, जिसे 1959 में अमेरिकी कांग्रेस द्वारा स्थापित किया गया था.