लंदन : भारतीय मूल के एक डॉक्टर को एक प्रैक्टिशनर और चिकित्सा शिक्षक के तौर पर समुदाय में योगदान देने के लिए प्रमुख ब्रिटिश विश्वविद्यालयों में से एक ने मानद फेलोशिप प्रदान की है। यूनिवर्सिटी ऑफ सेंट्रल लंकाशाइर ने 77 वर्षीय शिव पांडे को मानद फेलोशिप प्रदान की है।


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यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर माइकल थॉमस ने कहा, ‘न सिर्फ अपने पेशे में बल्कि हमारे व्यापक समुदाय में, इतने ज्यादा क्षेत्रों में इतनी उपलब्धि शायद ही किसी डॉक्टर ने हासिल की है।’ उन्होंने कहा, ‘एक समर्पित मेडिकल प्रैक्टिशनर, अथक चैरिटी कैम्पेनर, संपूर्ण प्रसारक, प्रख्यात शिक्षाविद के तौर पर शिव पांडे एमबीई बहुसंस्कृति वाले ब्रिटेन के किसी भी नागरिक के लिए उत्कृष्ट रोल मॉडल पेश करते हैं।


पांडे ने कहा, ‘इतने वर्षों में राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा में जनरल प्रैक्टिशनर, जस्टिस ऑफ पीस, प्रसारक, चैरिटी कार्यकर्ता की भूमिका निभा कर मैंने बहुत आनंद लिया।’ वह इंडियन जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन के सदस्य भी हैं। भारत में जन्मे और पढ़े पांडे ने अपनी एमबीबीएस तथा एमएस की डिग्री भारत में ही हासिल की। वह 1971 में ब्रिटेन चले गए जहां उन्होंने 1974 से लंदन चेस्ट हॉस्पिटल, ब्रॉड ग्रीन हॉस्पिटल और लिवरपूल स्थित फैजोकरली हॉस्पिटल में काम किया। 1975 में उन्होंने जनरल प्रैक्टिस शुरू की और 30 साल के बाद 2005 में सेवानिवृत्त हुए।