महारानी एलिजाबेथ-II की हत्या की साजिश रचने वाले भारतीय मूल के शख्स को 9 साल जेल, हॉलिवुड फिल्म से था प्रभावित
UK News: यह शख्स क्रिसमस दिवस 2021 पर विंडसर कैसल में एक लोडेड क्रॉसबो के साथ गिरफ्तार किया गया था. महारानी का पिछले साल सितंबर में निधन हो गया था.
World News in Hindi: भारतीय मूल के एक व्यक्ति को ब्रिटेन की एक अदालत ने गुरुवार (5 अक्टूबर) को महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की हत्या की साजिश रचने के जुर्म में नौ साल जेल की सजा सुनाई है. यह शख्स क्रिसमस दिवस 2021 पर विंडसर कैसल में एक लोडेड क्रॉसबो के साथ गिरफ्तार किया गया था और इसने दिवंगत महारानी को मारने के अपने इरादे को स्वीकार किया था. महारानी का पिछले साल सितंबर में निधन हो गया था.
21 वर्षीय जसवन्त सिंह चैल, ने दावा किया था कि वह अमृतसर में 1919 के जलियांवाला बाग नरसंहार का बदला लेने के लिए 'रानी को मारना' चाहता था. चैल के मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों को ध्यान में रखते हुए उसे 'हाइब्रिड' सजा का आदेश दिया गया है. वह अपनी सजा का पहला भाग उच्च सुरक्षा वाले ब्रॉडमूर मनोरोग अस्पताल में बिताएगा और जब उनका मानसिक स्वास्थ्य अनुमति देगा तो उसे जेल ले जाया जाएगा.
‘मानसिक रूप से विक्षिप्त’
जज ने सजा सुनाते हुए कहा कि पूर्व सुपरमार्केट कर्मचारी ने विंडसर कैसल में प्रवेश करते समय 'वास्तविकता से संपर्क खो दिया था और मानसिक रूप से विक्षिप्त हो गया था' लेकिन अपने अपराधों के लिए उसकी जिम्मेदारी महत्वपूर्ण थी.
जज ने कहा, 'उसने 2021 की शुरुआत में रानी को मारने की योजना बनाई थी, जब वह मानसिक रूप से विक्षिप्त नहीं था. उसने अपने लक्ष्य के करीब पहुंचने और उपयोगी कौशल सीखने के लिए कदम उठाए, तब भी, वह मनोविक्षिप्त नहीं था.' उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि जसवन्त चैल ने अंततः अपने 'हत्याकारी विचारों' पर कार्रवाई की और इसलिए जनता के लिए 'गंभीर नुकसान' का खतरा पैदा कर दिया.
विंडसर महल में घुसते वक्त पहना था धातु का मुखौटा
बता दें पच्चीस दिसंबर 2021 की सुबह जब चैल ने विंडसर महल में घुसपैठ की थी, तब महारानी अपने निजी अपार्टमेंट में थीं. दो अधिकारी महल के मैदान में घुसपैठिए को देखकर उसके पास पहुंचे. उसने काले कपड़े और हाथ से बना धातु का मुखौटा पहन रखा था. घुसपैठिये ने अधिकारियों से कहा था कि वह महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को जान मारने के लिए यहां आया है.
चैल के पास ‘बोल्ट’ से भरा हुआ एक ‘क्रॉसबो’ (स्वचालित धनुष) था. अधिकारियों ने उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया था.
'स्टार वार्स' के प्रति आकर्षण
जज ने यह भी कहा कि चैल को 'स्टार वार्स की काल्पनिक दुनिया के बारे में जानकारी थी' और उसने लोहे का मुखौटा पहनकर, एक लोडेड क्रॉसबो से लैस होकर, सिथ लॉर्ड के रूप में जानबूझकर आगे बढ़ा.
इससे पहले सुनवाई के दौरान अभियोजक एलिसन मोर्गन ने कहा था, ‘प्रतिवादी का मुख्य उद्देश्य ब्रिटेन में ब्रिटिश साम्राज्य की पहचान मिटाकर एक नया साम्राज्य बनाना था और इसका केंद्र बिंदु शाही परिवार की मुखिया को हटाना था.’
मोर्गन ने कहा, ‘उसकी सोच आंशिक रूप से 'स्टार वार्स' की काल्पनिक दुनिया और एक नई दुनिया को आकार देने में सिथ लॉर्ड्स की भूमिका से प्रेरित थी. वह अपने 'मिशन' के पूरा होने की स्थिति में मिलने वाली शोहरत के प्रति भी आकर्षित था.’
इंग्लैंड के विंचेस्टर में हुआ था चैल का जन्म
चैल का जन्म दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड के विंचेस्टर में भारतीय मूल के एक परिवार में हुआ था और वह अपने माता-पिता, जुड़वां बहन और बड़े भाई के साथ हैम्पशर के नॉर्थ बैडस्ले गांव में रहता था.
(एजेंसी इनपुट के साथ)