Passport World Ranking: विश्व स्तर पर भारतीय पासपोर्ट की रैंकिंग में सुधार हुआ है. हेनले पासपोर्ट इंडेक्स में भारत 80वें स्थान पर है. भारतीय अब 57 देशों की वीजा-मुक्त यात्रा कर सकते हैं. वहीं, दुनिया के सबसे अच्छे और शक्तिशाली पासपोर्ट की बात करें तो यह सिंगापुर का है. इससे पहले आई रैंकिंग में जापान का पासपोर्ट सबसे शक्तिशाली था. जबकि पाकिस्तान अपनी रैंकिंग में फिसलकर दुनिया का चौथा सबसे खराब पासपोर्ट बन गया है.


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बता दें कि भारत की पासपोर्ट रैंकिंग 2022 में 87वें स्थान पर थी. जो अब सुधरकर 2023 में 80 हो गई है. जिससे इसके धारकों को 57 देशों में वीजा मुक्त पहुंच मिल गई है. नवीनतम हेनले पासपोर्ट इंडेक्स के अनुसार, सिंगापुर ने दुनिया के सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट के मामले में जापान की जगह ले ली है. सिंगापुर के पासपोर्ट पर 192 वैश्विक गंतव्यों में वीज़ा-मुक्त प्रवेश की अनुमति मिलती है.


80वें स्थान पर भारत के साथ खड़े होने वाले अन्य दो देश सेनेगल और टोगो हैं. जर्मनी, इटली और स्पेन 190 गंतव्यों तक वीज़ा-मुक्त पहुंच के साथ दूसरे स्थान पर आ गए हैं. जापानी पासपोर्ट धारक छह अन्य देशों - ऑस्ट्रिया, फिनलैंड, फ्रांस, लक्ज़मबर्ग, दक्षिण कोरिया और स्वीडन के साथ तीसरे स्थान पर हैं. इन देशों के पासपोर्ट पर बिना पूर्व वीज़ा के 189 गंतव्यों तक पहुंच है.


हेनले पासपोर्ट इंडेक्स रैंकिंग उन गंतव्यों की संख्या पर आधारित होती है, जहां उनके धारक बिना पूर्व वीजा के पहुंच सकते हैं. जो काफी हद तक इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) के आंकड़ों पर आधारित है.


रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के पड़ोसी पाकिस्तान का पासपोर्ट दुनिया में चौथा सबसे खराब पासपोर्ट है. जिससे इसके धारकों को सिर्फ 33 देशों में वीजा मुक्त पहुंच मिलती है. हेनले ओपननेस इंडेक्स में शून्य अंक प्राप्त करने वाले देश अफगानिस्तान, उत्तर कोरिया, पापुआ न्यू गिनी और तुर्कमेनिस्तान हैं. इन देशों के पासपोर्ट पर वीज़ा-मुक्त पहुंच की अनुमति किसी भी देश में नहीं है.


(एजेंसी इनपुट के साथ)