Iran Nuclear Bomb Threat to Israel: पिछले महीने बेरूत में मारे गए अपने सीनियर आर्मी कमांडर ब्रिगेडियर जनरल अब्बास निलफोरोशान की हत्या से ईरान अब तक बौखलाया हुआ है. उसने इजरायल से इस हत्या का बदला लेने की शपथ खाई है. अब्बास निलफोरोशान इस्लामिक रेवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स (IRGC) में कमांडर थे. ईरान ने कहा कि इजरायल ने उसके कमांडर की हत्या कर एक गैर-कानूनी और अक्षम्य अपराध किया है, जिसका उसे हर्जाना भुगतना होगा. ईरानी विदेश मंत्रालय ने कहा कि यहूदी शासन को दंडित करने के लिए अपने पास उपलब्ध सभी तरीकों का इस्तेमाल करेगा. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इजरायल ने 27 सितंबर को बेरूत में किया था हमला


बताते चलें कि हिजबुल्ला सरगना हसन नसरल्लाह को मारने के लिए इजरायल ने 27 सितंबर को दक्षिण बेरूत में बने उसके खुफिया ठिकाने पर जोरदार हमला किया था. इस हमले में नसरल्लाह के साथ ही ईरानी कमांडर निलफोरोशान भी मारा गया था. वह आतंकी संगठन हिजबुल्लाह को सैन्य और तकनीकी मदद देने के लिए IRGC की ओर से वहां तैनात था. इजरायली अटैक में उसका मरना ईरान के लिए बड़ा धक्का था और वह अभी तक उसका शोक मना रहा है. 


ईरान कर सकता है परमाणु ताकत का इस्तेमाल!


इराक के शिया बहुल इलाके नजफ, कर्बला और ईरान के उत्तरपूर्वी शहर मशहद में सोमवार को शोक सभाएं कर निलफोरोशान को याद किया गया. डिफेंस एक्सपर्टों को आशंका है कि सैन्य और आर्थिक रूप से मजबूत इजरायल का सामना करने के लिए ईरान अपनी परमाणु ताकत का इस्तेमाल कर सकता है. एक्सपर्टों के मुताबिक, इजरायल और अमेरिका को सबक सिखाने के लिए ईरान ने पिछले 3 वर्षों से परमाणु हथियार बनाने के लिए यूरेनियम को एनरिच करने का कार्यक्रम डबल कर दिया है. 


कुछ ही हफ्तों में 3 परमाणु बम बना सकता है ईरान?


अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) की मानें तो ईरान के पास आज की तारीख में इतना यूरेनियम मौजूद है कि वह चाहे तो कुछ ही हफ्तों में लगभग तीन परमाणु बम बना सकता है. IAEA अफसरों का दावा है कि ईरान का बम विकसित करने का कोई इरादा नहीं है. हालांकि उसका यह रुख वक्त के साथ बदल भी सकता है. इसकी वजह बताते हुए वे कहते हैं कि कई तरह की आर्थिक पाबंदियों की वजह से ईरान काफी कमजोर हो चुका है. ऐसे में उसे इजरायल को जवाब देने के लिए मजबूत प्रतिरोध की जरूरत महसूस हो रही है. है.


परमाणु सुविधाओं पर हमला नहीं करेगा इजरायल!


इजरायल के पलटवार से डरे हुए ईरान के लिए थोड़ी राहत भरी खबर आई है. अमेरिकी मीडिया में सोमवार को छपी खबरों के मुताबिक, इज़रायल ने व्हाइट हाउस को आश्वासन दिया है कि वह ईरान के 1 अक्टूबर के मिसाइल हमले के जवाबी हमले में ईरानी तेल या परमाणु साइटों को निशाना नहीं बनाएगा. 


रिपोर्टों के अनुसार, इजरायल ने कहा है कि वह केवल ईरान के सैन्य स्थलों पर हमला कर सकता है. इजरायल के आश्वासन से ईरान के साथ ही अमेरिका ने भी राहत की सांस ली है. इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने क्षेत्रीय युद्ध को भड़कने से रोकने के लिए इजरायल को ईरान की परमाणु सुविधाओं पर हमला करने के खिलाफ चेतावनी दी थी.