ईरान ने माना, `गलती` से मार गिराया था यूक्रेन का यात्री विमान, सभी से मांगी माफी
ईरानी स्टेट टीवी ने एक सैन्य बयान का हवाला देते हुए कहा, `अनजाने में` देश ने बुधवार तड़के एक यूक्रेनी एयरलाइंस के यात्री विमान को मार गिराया.
नई दिल्ली/तेहरान : बीते 8 जनवरी को ईरान (Iran) में यूक्रेन (Ukraine) के यात्री विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने का आखिरकार खुलासा हो गया, जब ईरान ने खुद यूक्रेनी विमान को मार गिराने की बात कबूली. ईरान ने माना कि उसने गलती से यूक्रेन के विमान को मार गिराया था. साथ ही ईरान ने अमेरिका पर इसका ठीकरा फोड़ते हुए कहा कि अमेरिकी हमले की वजह से यह मानवीय भूल हुई.
ईरानी स्टेट टीवी ने एक सैन्य बयान का हवाला देते हुए कहा, "अनजाने में" देश ने बुधवार तड़के एक यूक्रेनी एयरलाइंस के यात्री विमान को मार गिराया. स्थानीय समयानुसार शनिवार सुबह यह बयान आया. इस बड़ी विमान दुर्घटना में सभी 176 लोगों की मौत हो गई थी.
ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ ने ट्वीट कर पीड़ित परिवारों के लिए "गहरा अफसोस, माफी और शोक" व्यक्त किया. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, "एक दुखद दिन." सशस्त्र बलों द्वारा आंतरिक जांच के प्रारंभिक निष्कर्ष : अमेरिका के एडवेंचरिज्म के कारण हुई इस मानवीय भूल ने तबाही मचाई. हमारा गहरा अफसोस, हमारे लोगों, सभी पीड़ितों के परिवारों और अन्य प्रभावित राष्ट्रों के लिए हमारा गहरा पछतावा, माफी और संवेदना है.
इससे पहले ईरान की फार्स न्यूज़ एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से दावा किया था शनिवार को ईरान यूक्रेन के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की वजह के बारे में घोषणा कर सकता है.
उल्लेखनीय है कि बीते 8 जनवरी को यूक्रेन का यात्री विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस हादसे में विमान में सवार सभी 176 लोगों की मौत हो गई थी. विमान में ईरान के 82, यूक्रेन के 11 और कनाडा के 63 लोग सवार थे. इनके अलावा विमान में स्वीडन, ब्रिटेन, अफ़ग़ानिस्तान और जर्मनी के नागरिक भी थे.
अमेरिका और कनाडा ने पुरजोर आशंका जताई थी कि यूक्रेन के इस विमान को ईरानी मिसाइल से मार गिराया गया था. हालांकि पहले ईरान ने इसका खंडन किया था. अमेरिकी मीडिया ने इस बात के अनुमान लगाए थे कि यूक्रेन के यात्री विमान को ईरान ने युद्धक विमान समझकर मार गिराया होगा.
यूक्रेन के इंटरनेशनल एयरलाइंस फ्लाइट पीएस 752 के तेहरान एयरपोर्ट के पास दुर्घटनाग्रस्त होने की ख़बर, इराक़ स्थित अमरीकी सैन्य ठिकानों पर ईरान के मिसाइल हमले के कुछ देर बाद आई थी.