Israel Palestine War: एक बार फिर से पूरी दुनिया में इजरायल के आक्रामक तेवरों की चर्चा है, विरोध भी है. इसी बीच इजरायली सेना ने बुधवार को कहा कि उसने गाजा की मिस्र से लगती सीमा पर स्थित सामरिक रूप से अहम गलियारे पर नियंत्रण स्थापित कर लिया है. फिलाडेल्फी के नाम से जाना जाने वाला यह गलियारा पड़ोसी देश मिस्र की सीमा पर दक्षिणी गाजा शहर राफा के पास है, जहां हाल ही में इजरायली सेनाएं लड़ रही हैं. 


सुरंगें इसी इलाके में स्थित


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असल में मिस्र से गाजा में तस्करी करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सुरंगें इसी इलाके में स्थित हैं. सेना ने हालांकि, इस बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी है. उधर इजरायली सेना ने राफा के पश्चिम में एक निर्दिष्ट सुरक्षित क्षेत्र में एक शिविर पर गोलाबारी की और कई फिलिस्तीनी नागरिकों की हत्या की भी खबरें हैं. इसीलिए दुनियाभर में चिंता है कि राफा का क्या होने वाला है. 


इजरायल के आक्रमण की आलोचना?


उधर इन सबके बीच ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा ने गाजा में युद्ध को लेकर अपने देश और इजरायल के बीच महीनों से जारी तनाव के बाद बुधवार को अपने राजदूत को वापस बुला लिया. ब्राजील के आधिकारिक राजपत्र में इस कदम की जानकारी दी गई है. इजरायल की तरफ से तत्काल कोई जवाब नहीं आया. लूला कई बार गाजा में इजरायल के आक्रमण की आलोचना कर चुके हैं. इस साल की शुरुआत में उन्होंने गाजा युद्ध की तुलना यहूदियों के नरसंहार से की थी. 


राफा का क्या होगा?


इधर पूरी दुनिया में राफा को लेकर बेचैनी है. राफा में एक शिविर पर इजरायल के हवाई हमले के बाद फलस्तीन के प्रति पूरी दुनिया से समर्थन सामने आ रहा है. बताया गया कि इज़राइल के गाजा के राफा शहर में शिविर में किए हमले में कम से कम 45 लोगों की मौत हुई है. यह वह इलाका है जहां कुछ दिन पहले विस्थापित फलस्तीनियों के शिविर में आग लग गई थी. इज़राइल की इस हमले की लिए कड़ी निंदा की जा रही है हालांकि इज़राइली सेना का दावा है कि रविवार को विस्थापितों के शिविर में आग फलस्तीनी आतंकवादियों के हथियारों से हुए विस्फोटों के कारण लगी होगी. agency input