येरूशलम: इजरायली वायुसेना (आईएएफ) के लड़ाकू विमानों ने रविवार (18 फरवरी) को गाजापट्टी में हमास के छह सैन्य ठिकानों पर हमले किए. इजरायल ने यह कार्रवाई इजरायल-गाजा सीमा पर हुए धमाके पर प्रतिक्रियास्वरूप की है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने इजरायली रक्षाबलों (आईडीएफ) की ओर से जारी बयान के हवाले से बताया कि हमास के सैन्य ठिकानों पर हमले किए गए हैं. आईडीएफ की ओर से जारी बयान के मुताबिक, बड़े पैमाने पर आतंकवादी स्थलों को निशाना बनाया गया है, जिसमें हमास द्वारा निर्मित सुरंग भी है. इसके साथ ही हमास के कई हथियार निर्माण स्थलों पर भी हमले किए गए हैं.


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इससे पहले आईडीएफ ने बताया था कि इजरायल-गाजा सीमा के पास हुए धमाके में आईडीएफ के चार जवान घायल हुए हैं, जिनमें से की दो की हालत गंभीर बनी हुई है. सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार (17 फरवरी) शाम को जारी बयान में इस घटना को बेहद गंभीर बताते हुए कहा, "हम उचित तरीके से इसका जवाब देंगे. मैं घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं."


संयुक्त राष्ट्र का सीरिया में संघर्ष में कमी लाने का आह्वान, इजरायल ने किया था ईरानी ठिकानों पर हमला


इससे पहले संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने इजरायल द्वारा सीरिया में हाल में किये गये हमलों के बाद वहां संघर्ष में फौरन कमी लाने का आह्वान किया था. संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने बीते 11 फरवरी को एक बयान में कहा कि गुतारेस ‘‘पूरे सीरिया में खतरनाक सैन्य आक्रमकता और उसकी सीमाओं पर इससे पड़ने वाले असर पर करीबी  नजर बनाए हुए हैं.’’ सीरियाई वायुरक्षा प्रणाली द्वारा अपने एक विमान को मार गिराये जाने के बाद इजरायल ने सीरिया में ईरानी ठिकाने वाले इलाकों को निशाना बनाया.


इजरायल ने अपनी वायुसीमा में एक ईरानी ड्रोन के प्रवेश पर यह कार्रवाई की. गुतारेस ने कहा कि सीरिया और क्षेत्र में सभी संबंधित पक्षों को अंतरराष्ट्रीय कानूनों का पालन करना चाहिये. दुजारिक ने कहा, ‘‘उन्होंने सभी से बिना शर्त हिंसा रोकने और संयम बरतने की दिशा में तत्काल काम करने का आह्वान किया है.’’


(इनपुट एजेंसी से भी)