Israel-Hamas War: युद्ध में इजरायल को अब तक का सबसे बड़ा नुकसान, हमास के हमले में मारे गए 21 सैनिक
War in Gaza: बड़ी संख्या में सैनिकों मारे जाने के बाद इजरायल में युद्ध को अस्थायी रोके जाने की या पूरी तरह से खत्म की आवाजों को बल मिल सकता है.
Israel-Hamas War News: इजरायल का कहना है कि मध्य गाजा में एक हमले में उसके कुल 21 सैनिक मारे गए. युद्ध शुरू होने के बाद से यह इजरायली सेना लिए के लिए सबसे बड़ा जानमाल का नुकसान है. बता दें इजरायली सेना ने पहले कहा था कि इजरायली सैनिकों के लिए सबसे घातक हमलों में से एक में गाजा पट्टी में 10 सैनिक मारे गए थे.
एपी की न्यूज के मुताबिक मुख्य सैन्य प्रवक्ता, रियर एडमिरल डेनियल हागारी ने मंगलवार को कहा कि सैनिक सोमवार को दो इमारतों को ध्वस्त करने के लिए विस्फोटक तैयार कर रहे थे, तभी एक आतंकवादी ने पास के एक टैंक पर रॉकेट चालित ग्रेनेड दागा, जिससे समय से पहले विस्फोट हो गया. इमारतें सैनिकों पर गिर गईं.
युद्ध विरोधी आवाजों को मिलेगा बल
बड़ी संख्या में सैनिकों मारे जाने के बाद इजरायल में युद्ध को अस्थायी रोके जाने की या पूरी तरह से खत्म की आवाजों को बल मिल सकता है.
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने तब तक युद्ध को जारी रखने की कसम खाई है जब तक कि हमास पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाता और गाजा में बंदी बनाए गए 100 से अधिक बंधकों रिहा नहीं हो जाते. हालांकि इजरायल इस सवाल पर तेजी से विभाजित हो रहे हैं कि क्या ऐसा करना संभव है.
बंधकों ने परिवार ने की समझौते पर पहुंचने की अपील
एपी की न्यूज के मुताबिक बंधकों के परिवारों और उनके कई समर्थकों ने इजरायल से संघर्ष विराम समझौते पर पहुंचने की अपील करते हुए कहा है कि बंधकों को जीवित घर वापस लाने का समय समाप्त होता जा रहा है. सोमवार को दर्जनों बंधकों के रिश्तेदारों ने अपने प्रियजनों की रिहाई के लिए समझौते की मांग करते हुए संसदीय समिति की बैठक पर धावा बोल दिया.
हमास के 7 अक्टूबर के सीमा पार हमले के बाद इज़राइल ने अपना आक्रमण शुरू किया, जिसमें 1,200 से अधिक लोग मारे गए और लगभग 250 अन्य का अपहरण कर लिया गया. नवंबर में एक सप्ताह के संघर्ष विराम और इजरायल द्वारा कैद किए गए 240 फिलिस्तीनियों की रिहाई के बदले में 100 से अधिक लोगों को रिहा किया गया था.
इजरायल द्वारा गाजा पर एयर और जमीनी स्ट्राइक में गाजा की अनुमानित 85% आबादी विस्थापित हो गई है और 25,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं.
(फोटो-प्रतीकात्मक)