टोक्यो : जापान की संसद के निचले सदन ने आज एक विधेयक पारित किया है जो उम्रदराज होते शासक सम्राट अकिहितो को पद छोड़ने की इजाजत देने से संबंधित है. इस विधेयक में पुरूष प्रधान राजशाही में महिलाओं की भूमिका पर बहस की मांग भी रखी गई है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जापान में बीते दो सदियों से राजसत्ता का त्याग नहीं हुआ है. बीते लगभग तीन दशक से जापान की राजगद्दी पर आसीन 83 वर्षीय अकिहितो के सेवानिवृत्ति के अनुरोध पर विचार करने के लिए कोई कानून ही नहीं है.


दरअसल, लोकप्रिय सम्राट ने पिछले वर्ष गर्मियों में संकेत दिए थे कि वह अपना ताज सबसे बड़े बेटे युवराज नारूहितो को सौंपना चाहते हैं. उन्होंने अपनी बढ़ती उम्र और खराब होती सेहत के मद्देनजर यह संकेत दिए थे. उनका प्रोस्टेट कैंसर का इलाज चल रहा है और हृदय की शल्यक्रिया हो चुकी है.


जापान की संसद में इस तरह का विधेयक पहली बार लाया गया है और उच्च सदन में पारित होने के बाद अगले हफ्ते इस पर कानून बनने की संभावना है.