कोरोना संकट के बाद अब इस फ्लू से दहशत, सरकार को लेना पड़ा ये फैसला
Japan reports first bird flu outbreak of season: कोरोना महामारी के बाद देश में एक और मुसीबत आ गई है. इस सीजनल मुसीबत के पहले केस की पुष्टि होने के बाद लोग फिर सहम गए हैं. जिसे एवियन इन्फ्लूएंजा के नाम से भी जाना जाता है.
टोक्यो: जापान (Japan) में एक बार फिर बर्ड फ्लू (Bird Flu) तेजी से फैल रहा है. पिछले साल जहां इसका सबसे ज्यादा असर टोचिगी प्रांत में दिखा वहीं इस बार देश में पहला मामला सामने आने के बाद सरकारी स्तर पर बड़ा फैसला लिया गया है. रॉयटर्स में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक इसके सीजनल प्रकोप से निपटने और रोकने के लिए फिलहाल 1,43,000 मुर्गे- मुर्गियों को मारा जाएगा.
नॉर्थ-ईस्ट से पहला केस
हर साल सर्दियों के सीजन से पहले इस वायरस से पक्षियों की मौत और उसके बाद लोगों की तबीयत बिगड़ने की खबरों ने लोगों को परेशान करके रख दिया है. देश के उत्तर पूर्वी हिस्से में स्थित एक पोल्ट्री फार्म में एविएन इन्फ्लुएंजा (Avian Influenza) की पुष्टि होने के बाद सरकारी अमला हरकत में आ गया है. बीते सोमवार और मंगलवार को 190 पक्षियों की मौत हुई थी जिनमें 12 में वायरस की पुष्टि हुई थी.
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एहतियात बरतने की अपील
जिन राज्यों में फ्लू की अभी पुष्टि नहीं हुई है, उन राज्यों में पक्षियों की संदिग्ध मौतों पर नजर रखने को कहा गया है और तुरंत रिपोर्ट करने को कहा गया है, ताकि जल्द से जल्द बचाव के कदम उठाए जा सकें. प्रभावित राज्यों और आस पास भी सभी को एवियन इंफ्लूएंज़ा पर निर्धारित एक्शन प्लान का पालन करने को कहा गया है.
मनुष्यों के लिए खतरा नहीं
सरकारी मंत्रालय ने बताया कि वर्तमान स्थितियों के बीच चिकन या अंडों के सेवन से मनुष्यों में एवियन इन्फ्लूएंजा के फैलने की संभावना बिलकुल भी नहीं है. फिलहाल 10 किलोमीटर के दायरे में स्थित छह फार्मों पर मौजूद मुर्गियों और अंडों को बाहर भेजने पर रोक लगाई गई है.