United Nation Security Council: जापान के लिए गुरुवार का दिन काफी खास रहा. दरअसल, जापान को अगले साल से शुरू होने वाले दो साल के कार्यकाल के लिए भारत को गैर-स्थायी सदस्य के रूप में सफल बनाने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य के लिए चुना गया है. जापान के अलावा 4 अन्य देशों को भी गुरुवार को गुप्त मतदान के जरिये चुना गया. बता दें कि ये सीटें क्षेत्र के आधार पर आवंटित की जाती हैं और जापान बिना किसी औपचारिक प्रतिद्वंद्वी के एशिया प्रशांत समूह की निर्विरोध पसंद था.


जापान के पक्ष में गिरे 184 वोट


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रिपोर्ट के मुताबिक, जापान को 192 में से 184 वोट मिले, जबकि 3 वोट मंगोलिया को मिले, जो उम्मीदवार भी नहीं था. यह जापान के विरोध का एक निष्क्रिय-आक्रामक संकेत था. इसके अलावा स्विट्जरलैंड, जो केवल 2002 में संयुक्त राष्ट्र में शामिल हुआ था,  पहली बार परिषद के लिए चुना गया है. इन दोनों के अलावा पश्चिमी यूरोपीय समूह से माल्टा,  अफ्रीका से मोजाम्बिक और लैटिन अमेरिका से इक्वाडोर शामिल हैं.


12वीं बार चुना गया है जापान


बता दें कि जापान को 12वीं बार चुना गया है. वहीं भारत दिसंबर के अंत में अपना दो साल का कार्यकाल पूरा कर लेगा. वह अपने वर्तमान कार्यकाल के दौरान दूसरी बार परिषद का अध्यक्ष होगा. भारत की तरह  जापान भी परिषद में एक स्थायी सीट के लिए आकांक्षी है. जापान स्थायी सदस्य स्लॉट का विस्तार करने के लिए परिषद में सुधार की पैरवी करता है.


उत्तर कोरिया के मुद्दे को उठाएगा 


जापान के विदेश राज्यमंत्री ओडवारा कियोशी ने चुनाव के बाद कहा कि, उनका देश उत्तर कोरिया की स्थिति से निपटने के लिए परिषद पर जोर देगा, जिसने मिसाइल परीक्षण फिर से शुरू कर दिया है. अभी चीनी और रूसी वीटो के कारण उत्तर कोरिया के मुद्दे पर परिषद गतिरोध कर रही है.