बीजिंग : विवादित दक्षिण चीन सागर पर अपने मतभेदों को तवज्जो नहीं देते हुए चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने अपने अमेरिकी समकक्ष बराक ओबामा के साथ वार्ता को सार्थक बताया और कहा कि इसने दो बड़ी अर्थव्यस्थाओं के बीच सहयोग पर एक सकारात्मक संदेश दिया है।


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अमेरिका के उप राष्ट्रपति जो बाइडेन और विदेश मंत्री जॉन केरी की मेजबानी वाले एक दोपहर भोज को संबोधित करते हुए शी ने कहा कि वह और ओबामा बड़े देशों के सबंध के एक नये मॉडल को बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। शी ने कहा कि यात्रा आमराय से दिशानिर्देशित रही, सार्थक नतीजे मिले, निवेश, दोनों देशों के लोगों के बीच संपर्क, जलवायु परिवर्तन और बहुपक्षीय संबंधों में समन्वय एवं सहयोग जैसे क्षेत्रों में अहम प्रगति हुई।


चीनी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने उनके हवाले से बताया, ‘हम चीन-अमेरिका संबंधों के लिए नये आयाम खोलना और दोनों देशों के लोगों तथा दुनिया को बेहतर फायदा पहुंचाना जारी रखेंगे।’ विवादित दक्षिण चीन सागर पर मतभेदों और साइबर हमलों को तवज्जो नहीं देते हुए शी ने कहा कि चीन-अमेरिका संबंध कई मोड़ आने पर भी पिछले 70 साल में आगे बढ़े हैं जिससे दोनों देशों के लोगों और दुनिया को काफी फायदा हुआ है।


अमेरिका ने चीन पर सिलसिलेवार साइबर चोरी का आरोप लगाया और दक्षिण चीन सागर में इसके सैन्य ठिकाने के निर्माण पर विरोध जताया है। शी ने कहा कि चीन और अमेरिका ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान फासीवादी आक्रमण का कंधे से कंधा मिलाकर सामना किया और शांति, स्वतंत्रता एवं न्याय की रक्षा की। चीनी जनता अमेरिकियों द्वारा मुहैया करायी गई सहायता को कभी नहीं भूलेगी।


इससे पहले ओबामा के साथ एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में शी ने कहा कि चीन और अमेरिका साइबर अपराधों के खिलाफ संयुक्त रूप से लड़ने के लिए एक अहम आमराय पर पहुंच चुके हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने साइबर अपराधों को अमेरिकी प्रतिष्ठानों के लिए एक गंभीर खतरा बताया है।