G20 Family Photo : रियो डी जनेरियो में G20 की 'फैमिली फोटो' लेते समय मामला तब बड़ा अजीब हो गया जब पता चला कि इसमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन गायब हैं. इतना ही नहीं कनाडाई प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो और इतालवी प्रधान मंत्री जियोर्जिया मेलोनी भी वर्ल्‍ड लीडर्स की इस लाइनअप से गायब थे. यह फोटो देखकर अमेरिका में बैठे अधिकारी तक चिंता में आ गए कि ऐसा क्‍या हो गया जो समिट के ग्रुप फोटो में राष्‍ट्रपति नहीं है. बाद में पूरे मामले की सच्‍चाई पता चली.


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लॉजिस्टिक के कारण हुआ मसला


रियो के मशहूर सुगरलोफ पर्वत का बैग्राउंड और खुले नीले आसमान के नीचे जी20 नेताओं का समूह अपनी "फैमिली फोटो " के लिए इकट्ठा हुआ. इसमें प्रधानमंत्री मोदी सबसे आगे की लाइन में बीचोंबीच खड़े नजर आए. उनके साथ तुर्की, ब्राजील समेत विभिन्‍न देशों के राष्‍ट्राध्‍यक्ष थे. इस कंपलीट ही नजर आने वाली जी 20 नेताओं की फैमिली फोटो में बस एक ही दिक्कत थी, वह थी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की गैरमौजूदगी. मामला और अजीब हो गया जब पता चला कि इस फोटो से कनाडाई प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो और इतालवी प्रधान मंत्री जियोर्जिया मेलोनी भी गायब हैं.


इसे कुछ लोगों ने इन नेताओं की नाराजगी और विरोध को वजह माना लेकिन बाद में एक अमेरिकी अधिकारी ने लॉजिस्टिक मुद्दों को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि फैमिली फोटो जल्‍दी ले ली गई और तब तक बाइडेन वहां पहुंच ही नहीं पाए थे.


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क्‍या एकता में कमी का संकेत?  


बाइडेन की गैर मौजूदगी को पुतिन से जोड़कर देखा गया तो कहीं देर तक चली द्विपक्षीय बैठकों के कारण हुई देरी को भी वजह बताया गया. बाद में पता चला कि इसके पीछे लाजिस्टिक कारण ही जिम्‍मेदार थे, जिससे सभी नेता समय पर फोटो के लिए नहीं पहुंच पाए. क्‍या इस घटना ने शिखर सम्मेलन में विश्व नेताओं के बीच एकता की कमी को उजागर किया है, यह भी एक सवाल है.


फिर से होगा फोटो सेशन


वहीं ब्राजीलियाई आयोजकों का कहना है कि बाइडेन और अन्य लोग देर से आए, जिससे वे इस फैमिली फोटो में शामिल नहीं हो पाए. वे सभी नेताओं को फिर से एक साथ लाने की कोशिश करेंगे, यदि ऐसा होता है तो यह जी-20 के इतिहास में पहली बार होगा.


खैर, यह फोटो इस बात को दर्शाती है कि शिखर सम्मेलन में सभी को एक ही पेज पर लाना कितना कठिन रहा है.


 



क्‍या हार के कारण नहीं पहुंचे?


इन तीनों नेताओं की मौजूदगी ने एक अलग दिशा में सोचने पर भी मजबूर कर दिया कि क्‍या ये 3 नेता जानबूझकर फोटो में शामिल नहीं हुए. क्‍योंकि बाइडेन अब 2 महीने के लिए ही व्‍हाइट हाउस में हैं, इसके बाद ट्रंप यह गद्दी संभालेंगे. वहीं फ्रांस के इमैनुएल मैक्रॉन को भी मतदाताओं से हार का मिली है और जर्मनी के ओलाफ शोल्ज़भी  जल्द चुनाव की ओर बढ़ रहे हैं और संभवतः सत्ता से बेदखल हो सकते हैं.