Donald Trump: अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव की जंग समय के साथ तेज होती जा रही है. रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने विरोधियों पर हमला तेज कर दिया है. उन्होंने अब चौंकाने वाला दावा किया है कि जो बाइडन चुनावी दौड़ से अपनी मर्जी से नहीं हटे. उन्हें राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी छोड़ने पर मजबूर किया गया. ट्रंप ने इसे डेमोक्रेटिक पार्टी द्वारा किया गया ‘‘तख्तापलट’’ करार दिया.


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यह तख्तापलट था..


पूर्व राष्ट्रपति ने शनिवार को मिनेसोटा में एक चुनावी रैली में कहा, ‘‘यह वास्तव में डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं द्वारा किया गया तख्तापलट था. यह एक ऐसे व्यक्ति का तख्तापलट था जिसके पास एक करोड़ 40 लाख वोट थे. वह (बाइडन) चुनाव लड़ना चाहते थे. उन्होंने (डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं ने) उन्हें (बाइडन को) चुनाव नहीं लड़ने दिया. उन्होंने उनके साथ बहुत बुरा व्यवहार किया.”


बाइडन को जाने के लिए मजबूर किया गया..


ट्रंप ने दावा किया कि डेमोक्रेटिक पार्टी ने बाइडन से कहा कि वह यह काम अच्छे तरीके से कर सकते हैं या फिर उन्हें सख्ती करनी पड़ेगी. उन्होंने दावा किया कि यह राष्ट्रपति के खिलाफ तख्तापलट था. ट्रंप (78) ने आरोप लगाया कि डेमोक्रेटिक पार्टी ने बाइडन को “25वें संशोधन से धमकाया.’’ उन्होंने कहा, ‘‘और उन्होंने (बाइडन ने) कहा, मैं पीछे हट जाऊंगा. और फिर फर्जी खबर में कहा गया कि वह बहुत बहादुर थे. ऐसा नहीं है, उन्हें जाने के लिए मजबूर किया गया था.’’


अमेरिकी संविधान का 25वां संशोधन


पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की हत्या के बाद राष्ट्रपति पद का उत्तराधिकार निर्धारित करने के लिए संसद ने अमेरिकी संविधान का 25वां संशोधन पारित किया था. यह संशोधन उपराष्ट्रपति के साथ-साथ कैबिनेट को राष्ट्रपति को ऐसी स्थिति में पद से हटाने की शक्ति देता है जब उसे शारीरिक रूप से अक्षम माना गया हो.


बाइडन ने कमला हैरिस का समर्थन किया


बाइडन (81) ने 20 जुलाई को राष्ट्रपति पद की चुनावी दौड़ से पीछे हटने के अपने फैसले की घोषणा की थी. उन्होंने चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार के तौर पर उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का समर्थन किया था.


(एजेंसी इनपुट के साथ)