Donald Trump: राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद सबसे पहले ट्रंप क्या करेंगे? इस खास अफसर ने कर दिया खुलासा
अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति के एकदम खासमखास और करीबी सहयोगी ने शपथ ग्रहण समारोह होने से पहले डोनाल्ड ट्रंप के कुछ फैसलों और प्राथमिकताओं की जानकारी दी है.
Donald Trump top priorities: अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति के एकदम खासमखास और करीबी सहयोगी ने शपथ ग्रहण समारोह होने से पहले डोनाल्ड ट्रंप के कुछ फैसलों और प्राथमिकताओं की जानकारी दी है. उनके बयान को सुनकर दुनिया की शांति और अमनचैन के दुश्मनों को बुखार आ जाएगा. भारतीय मूल के इस अमेरिकी अफसर ने ये भी कहा कि नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की प्राथमिकताओं में सबसे पहले घुसपैठियों को भगाना, सीमा से जुड़े मुद्दों को हल करना और दुनिया से आतंकवाद का खात्मा करना है. पूरी दुनिया में आतंकवादियों की जन्नत के नाम से मशहूर पाकिस्तान के हुक्मरान काश पटेल के नाम और काम से पहले ही भयभीत थे अब उन्होंने ये बयान देकर पाकिस्तानियों का डर बढ़ा दिया है.
ट्रंप की टॉप प्राथमिकताएं
काश पटेल ने क्या कहा, आइए विस्तार से बताते हैं. पटेल ने कहा, ट्रंप जहां आतंकवादियों का खात्मा करेंगे. उसके साथ ही बंधकों को मुक्त कराने और दुनिया में चल रही लड़ाई यानी जंग को खत्म कराएंगे. भारतीय-अमेरिकी अधिवक्ता काश पटेल ने ‘फॉक्स न्यूज’ को दिए गए एक साक्षात्कार में यह तमाम बातें कहीं. उन्होंने कहा, ‘ट्रंप का मिशन फंडा और एजेंडा एकदम सेट है. कहीं कोई हिचक नहीं है. तैयारियां हो चुकी हैं. कागजी कार्रवाई हो रही है. टीम देशभर में काम संभाल रही है. शपथग्रहण की तारीख का इंतजार है. वो पेपर पर साइन करेंगे. शपथग्रहण के बाद राष्ट्र के नाम संबोधिन होगा. जिस तरह उनका तूफानी और आक्रामक चुनाव प्रचार चला, उसी अंदाज में वो ताबड़तोड़ काम करेंगे.'
पटेल ने ट्रंप की प्राथमिकताएं गिनाते हुए कहा, 'प्रेसिडेंट इलेक्ट ने यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की से बात करके यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के बारे में बात की है. उन्होंने कई विश्व नेताओं से फोन पर बात की है.’
कौन हैं पटेल?
सामान्य और चलताऊ शैली में बताएं तो पटेल, ट्रंप के खास एजेंट 007 है. वो बड़े काम की चीज हैं. यूं कहें कि पटेल, ट्रंप के ट्रंप कार्ड हैं, तो यह कहना भी गलत नहीं होगा. पटेल अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के अधिकारी और राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के वरिष्ठ सलाहकार रह चुके हैं. वो राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति पर ट्रंप के सबसे करीबी विश्वासपात्रों में से एक रहे हैं. उनके अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए का चीफ बनने की चर्चा चल रही है.
वह नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ट्रंप के नए प्रशासन से जुड़े प्रश्नों के उत्तर दे रहे थे. उन्होंने कहा, ‘लेकिन आपको वही करना है जो राष्ट्रपति ट्रंप ने पूर्व में किया था. यह कोई रहस्य नहीं है. अपने शत्रुओं की खुफिया जानकारी एकत्र करने की प्राथमिकता, ताकि हम उन खतरों को हरा सकें और वे हैं ईरानी मुल्ला तथा आतंक के प्रायोजक. यह भी सुनिश्चित करना है कि हम सीसीपी (चीन की कम्युनिस्ट पार्टी) और अपने रूसी विरोधियों को हमारे साइबर बुनियादी ढांचे पर हमला करने से रोकें.’ पटेल ने कहा, ‘लेकिन यदि आपके खुफिया समुदायों की प्राथमिकताएं जलवायु परिवर्तन और डीईआई हैं तो आप वो काम नहीं कर पाएंगे. राष्ट्रपति ट्रंप ने स्पष्ट किया कि प्राथमिकताएं सीमा, आतंकवाद, बंधकों को घर वापस लाना और हमेशा के लिए युद्ध समाप्त करना हैं. मुझे लगता है कि इस दिशा में काम होगा.’ (भाषा)