अपनी बहन Kim Yo Jong की बढ़ती प्रोफाइल से चिंतित हैं Kim Jong Un, किया डिमोशन?
कुछ लोगों का कहना है कि किम जोंग उन ने अपनी बहन को नीतिगत असफलताओं के चलते डिमोट कर दिया है. तो कुछ का कहना है कि वह अपनी बहन की तेजी से बढ़ रही प्रोफाइल के कारण चिंतित हो गए थे.
सियोल: नॉर्थ कोरिया (North Korea) के शासक किम जोंग उन (Kim Jong Un) की बहन इन दिनों गायब हैं. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या तानाशह किम जोंग उन अब अपनी बहन की भी बलि चढ़ाने वाले हैं? हाल के दिनों में किम जोंग-उन (Kim Jong- Un) द्वारा देश की शक्तिशाली पोलितब्यूरो (Politburo) के लिए जारी की गई नई लाइन-अप को पूरा करने में असफल रहीं उनकी प्रभावशाली बहन इन दिनों गायब हैं. कुछ लोगों का कहना है कि किम जोंग उन ने अपनी बहन को नीतिगत असफलताओं के चलते डिमोट कर दिया है, तो कुछ का कहना है कि वह अपनी बहन की तेजी से बढ़ रही प्रोफाइल के कारण चिंतित हो गए थे.
भाई के लिए खतरा बन सकती है बहन
सियोल के कोरिया इंस्टीट्यूट फॉर नेशनल यूनिफिकेशन के विश्लेषण ओह ग्योंग-सियोग कहते हैं, 'किम यो जोंग अपने भाई की वारिस हैं, ऐसे में वे उनके लिए खतरनाक हो सकती हैं, क्योंकि वे देश के अंदर कई अहम मुद्दों को उठा रही हैं. इसीलिए किम जोंग-उन सत्ता में उनके प्रगति को धीमा कर रहे हैं.'
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किम यो-जोंग पिछले साल पोलित ब्यूरो की वैकल्पिक सदस्य बन गईं थीं और सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी की कांग्रेस के दौरान उनके पूरे तौर पर सदस्य बनने की उम्मीद थी, लेकिन कांग्रेस मंगलवार को खत्म हो गई और लेकिन किम जोंग की बहन इसमें दिखाई नहीं दीं. बता दें कि किम जोंग उन ने पोलितब्यूरो की ही बैठक में 2013 में अपने शक्तिशाली चाचा जैंग सोंग ताएक को जान से मारने का फैसला लिया था. जैंग सोंग ताएक और उनके पूरे परिवार को गोलियों से भून दिया गया था. हालांकि ऐसा भी कहा जाता है कि किम जोंग उन ने अपने चाचा को कुत्तों को खिला दिया था. इससे पहले 2012 में अपने सेना प्रमुख री योंग हो को भी इसी बैठक में मौत की सजा सुनाई थी. 2016 के बाद पहली बार नॉर्थ कोरिया में इस साल कांग्रेस का आयोजन किया गया था. माना जा रहा था कि किम जोंग की बहन मंच पर दिखेंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
राजनीति छोड़ने के लिए नहीं किया मजबूर
हालांकि किम यो जोंग को राजनीति छोड़ने के लिए मजबूर नहीं किया गया है, वह अभी भी पार्टी की केंद्रीय समिति में सदस्य हैं. लेकिन बुधवार को जब उन्होंने दक्षिण कोरिया की आलोचना करते हुए एक बयान जारी किया, तो राज्य की मीडिया ने उन्हें पार्टी के 'वाइस डिपार्टमेंट डायरेक्टर' के तौर पर दिखाया. जबकि इससे पहले उनका पद 'फर्स्ट वाइस डिपार्टमेंट डायरेक्टर' था. जाहिर है नया पदनाम नीची रैंक का है.
बता दें कि कोरोना वायरस महामारी के कारण देश की अर्थव्यवस्था को करारा झटका लगा है, और अब तक के सबसे मुश्किल हालात में किम जोंग-उन अपने 2.5 करोड़ लोगों से उनके नेतृत्व पर भरोसा करने का आग्रह कर रहे हैं. कांग्रेस के दौरान किम ने अपनी परमाणु ताकत बढ़ाने और देश को एक मजबूत, आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था बनाने की कसम भी खाई है. लेकिन उनकी बहन यदि ताकतवर बनती हैं तो यह उनके लिए एक बोझ की तरह होगा.
विश्लेषक ओह तो यहां तक कहते हैं कि किम यो जोंग संभवतः किम इल सुंग की दूसरी पत्नी किम सांग ऐ के बाद उत्तर कोरियाई इतिहास की दूसरी सबसे शक्तिशाली महिला हैं.
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