ईरानी राष्ट्रपति की मौत पर बड़ा खुलासा, जानें मरने से पहले क्या थे पायलट दल के आखिरी शब्द
Last Words Of Raisi Entourage After Crash: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत को चार दिन हो चुके हैं. उनकी मौत के बाद सवाल उठने लगा कि क्या सच में वह दुर्घटना थी या फिर उसके पीछे कोई साजिश थी? आए दिन कुछ न कुछ खुलासे हो रहे हैं, अब ईरान के अधिकारी ने ही बहुत बड़ा खुलासा किया है.
Big revelations about President death: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की 19 मई 2024 को हेलीकॉप्टर हादसे में जान चली गई. ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी की मौत पर ईरान हर एंगल पर जांच कर रहा है, इसी बीच कुछ खुलासे भी हुए हैं, जिससे इसे हादसे से अधिक हत्या का रूप माना जा रहा है, आइए जानते हैं क्या हुए खुलासे
शक गहराता जा रहा है
ईरान के राष्ट्रपति के चीफ ऑफ स्टाफ ने ईरान ने जो खुलासे किए हैं, उससे ईरान के राष्ट्रपति की हेलीकॉप्टर हादसे में मौत के बाद कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. हेलीकॉप्टर हादसा था या साजिश सबसे बड़ा सवाल यही है.
मौसम था एक दम ठीक
ईरान के राष्ट्रपति (Ebrahim Raisi) के चीफ ऑफ स्टाफ घोलमहोसिन इस्माइली ने बीते सोमवार को ईरान के एक सरकारी टीवी में दिए इंटरव्यू दिया. इस इंटरव्यू में इस्माइली ने बताया कि ईरान के वरज़ाकान क्षेत्र में, जहां राष्ट्रपति रायसी का हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ था, वहां शुरुआत में और एक दिन पहले हुई ज्यादातर उड़ान के दौरान मौसम की स्थिति एकदम सही थी. इस्माइली उन तीन हेलीकॉप्टरों में से एक में थे जो अज़रबैजान के साथ ईरान की सीमा पर एक बांध उद्घाटन समारोह से लौट रहे थे.
आखिरी मौके पर क्या थे हालात
इस्माइली ने बताया कि ईरानी राष्ट्रपति के काफिले में तीन हेलीकॉप्टर थे. उनमें से एक में इस्माइली खुद मौजूद थे. अजरबैजान की सीमा के करीब से वह उड़े थे. उन्होंने कहा कि हेलीकॉप्टरों ने दोपहर करीब एक बजे उड़ान भरी थी. तब मौसम की स्थिति साफ थी. उनका कहना है कि कोहरा जमीन तक ही था, लेकिन जिस ऊंचाई पर वह उड़ रहे थे वहां नहीं था. यात्रा के दौरान कुछ दूर तक बादल आ गए. जिसके बाद राष्ट्रपति के हेलीकॉप्टर काफिले के प्रभारी ने अन्य हेलीकॉप्टरों को बादल से बचने के लिए ऊंचाई बढ़ाने का आदेश दिया. अचानक दो हेलीकॉप्टरों के बीच में उड़ रहा राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर हवा में गायब हो गया.
जहाज खोजने का बनाया प्लान
इस्माइली ने कहा कि रेडियो उपकरणों के माध्यम से राष्ट्रपति के हेलीकॉप्टर से संपर्क करने की कोशिश हुई, लेकिन बादलों के कारण ऊंचाई को कम नहीं किया जा सका. दो हेलीकॉप्टर ने अपनी उड़ान जारी रखी और पास की तांबे की खदान पर उसे लैंड कराया, तब तक राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर गायब हो चुका था.
पढ़े सबसे बड़ा खुलासा
ईरान के राष्ट्रपति के चीफ ऑफ स्टाफ घोलमहुसैन इस्माइली ने सबसे बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि जब हेलीकॉप्टर गायब होने की सूचना मिली इसके बाद विदेश मंत्री अमीरबदोल्लाहियान और राष्ट्रपति की सुरक्षा इकाई के प्रमुख को उन्होंने बार-बार कई बार फोन मिलाए लेकिन इनमें से किसी ने भी इसका जवाब नहीं दिया. हालांकि राष्ट्रपति के साथ जो दो और हेलीकॉप्टर थे, उनके पायलट्स ने कैप्टन मुस्तफवी से संपर्क किया था, जो राष्ट्रपति के हेलीकॉप्टर के प्रभारी थे उन्होंने लास्ट बार बस एक ही बात बताई कि हमारा हेलीकॉप्टर घाटी में दुर्घटनाग्रस्त हो गया है.