Latvia began seizing cars from heavily drunk drivers: लातीविया ने इस साल भयंकर नशे में गाड़ी चलाने वाले लोगों को सुधारने के लिए उनकी गाड़ियों को जब्त करना शुरू किया है. इस फैसले के बाद ट्रैफिक पुलिस (Traffic Police) के पास जब्त गाड़ियों का ढ़ेर लग गया, तो वहां के थानों में पार्किंग की समस्या खड़ी हो गई. अब उस समस्या से बचने का जो नायाब तरीका निकाला गया है उसकी तारीफ पूरी दुनिया में हो रही है. दरअसल अपने एक हालिया फैसले से लातीविया ने एक तीर से दो निशाने साधे हैं. ऐसा करने से जहां वो अपने लोगों की बुरी आदत सुधार रहा है वहीं दूसरी ओर युद्ध में फंसे यूक्रेन (War torn Ukraine)  की अपनी हैसियत के हिसाब से मदद भी कर रहा है.


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शराबियों की गाड़ी भेजी जा रही यूक्रेन


'रॉयटर्स' में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक लातीविया ने नशेड़ी ड्राइवरों के पास से जब्त गाड़ियों को यूक्रेन के लोगों की मदद के लिए भेजने का फैसला किया है, जो रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध (Russia Ukraine War) की वजह से चुनौतियों का सामना कर रहे हैं. ऐसी गाड़ियां यूक्रेन की सेना और अस्पतालों के लिए भेजी जा रही है. हाल ही में ऐसी सात गाड़ियां लातीविया के इम्पाउंड लॉट से यूक्रेन भेजी गई.  करीब बीस लाख की आबादी वाले इस बाल्टिक देश में पिछले दो महीनों में खून में 0.15 फीसदी से अधिक शराब की मात्रा पाए जाने पर दो सौ से ज्यादा कारें जब्त की गईं.


डरावना है आंकड़ा


एनजीओ ट्विटर कन्वॉय के संस्थापक रेइनिस पॉज़्नाक्स के मुताबिक यह आंकड़ा बेहद डरावना हो जाता है जब आपको पता चलता है कि नशेड़ी चालकों (Drunk And Drive) के साथ कितनी गाड़ियां रोड पर दौड़ रही हैं. ट्विटर कन्वॉय को ही लातीविया की सरकार ने यूक्रेन में ऐसी गाड़ियों की डिलीवरी करने का काम सौंपा है. अभी तक मिली जानकारी के तहत हर हफ्ते ऐसी दो दर्जन कारें यूक्रेन भेजे जाने पर सहमति बनी थी. लातीविया के अधिकारियों के मुताबिक जितनी तेजी से लोग शराब पी कर गाड़ियां चला रहे हैं उतनी तेजी से उन्हें बचाया नहीं जा सकता है. ऐसे में लोगों को सुधारने के लिए सरकार ने ये सख्त फैसला लिया है


यूक्रेन के मददगार


पिछले साल 24 फरवरी को रूस का हमला होने के कुछ दिनों बाद यूक्रेन की मदद के लिए अभियान चलाया गया था. लोग अपने अपने सामर्थ्य के हिसाब से यूक्रेन के लिए चंदा दे रहे थे. ऐसी ही एक मुहिम से जुटाए गए दो मिलियन यूरो यूक्रेन तक पहले भेजे जा चुके हैं. वहीं अभी तक करीब 1200 गाड़ियां भी यूक्रेन को भेजी गई है.


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