स्टॉकहोम : इस साल नोबेल पुरस्कार पाने वालों की सूची इस प्रकार है


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शांति, 2014: भारत के कैलाश सत्यार्थी और पाकिस्तान की मलाला यूसुफजई को बच्चों एवं किशोरों के उत्पीड़न के विरूद्ध मुहिम तथा सभी बच्चों के शिक्षा के अधिकार के लिए अभियान को लेकर संयुक्त रूप से नोबेल शांति पुरस्कार प्रदान किया गया। दोनों 11 लाख डॉलर की इस पुरस्कार राशि को आपस में बांटेंगे। सत्यार्थी (60) ने बच्चों को श्रम और तस्करी से मुक्त कराने के लिए भारत में गैर सरकारी संगठन बचपन बचाओ आंदोलन चलाने के लिलए इलेक्ट्रिकल इंजीनियर की नौकरी छोड़ दी। बालिका शिक्षा के लिए मुहिम चलाने पर तालिबान ने मलाला पर घातक हमला किया था और वह बड़ी मुश्किल से बची।


साहित्य, 2014 : फ्रांस के पैट्रिक मोडियानो को युद्ध से जुड़ी स्मृतियों और मानव की नियति पर पड़ने वाले इसके प्रभावों को बखूबी उकेरने के लिए नोबेल साहित्य पुरस्कार प्रदान किया गया है।


भौतिकी, 2014 : जापानी वैज्ञानिकों इसामू अकासाकी और हिरोशी अमानो तथा जापानी मूल के अमेरिकी वैज्ञानिक शुजी नकामुरा को कार्यकुशल नीली रोशनी उत्सर्जक डायोड की खोज के लिए नोबेल भौतिकी पुरस्कार प्रदान किया गया। इस खोज से चमकीले और उर्जा की बचत करने वाले सफेद रोशनी स्रोत का विकास हो पाया, यह एक ऐसी उपलब्धि है जिससे दुनियाभर में घरों, कंप्यूटर स्क्रीनों और स्मार्टफोनों में रोशनी के लिए एलईडी प्रौद्योगिकी के विकास को गति मिली।


रसायन शास्त्र, 2014: अमेरिकी वैज्ञानिक एरिक बिट्जिग और विलियम मोर्नर तथा जर्मन वैज्ञानिक स्टीफन हेल को अतिसूक्ष्म चीजों को देखने के लिए बेहद शक्तिशाली ‘‘फ्लोरेसेंस माइक्रोस्कोपी’’ का विकास करने के लिए रसायन शास्त्र का नोबेल पुरस्कार संयुक्त रूप से प्रदान किया गया है।


चिकित्सा, 2014: ब्रितानी-अमेरिकी शोधकर्ता जॉन ओ कीफे और नॉर्वे के एक दंपति एडवर्ड मोजर और मे-ब्रिट मोजर को मस्तिष्क के पोजिशनिंग सिस्टम से जुड़ी कोशिकाओं की खोज के लिए चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया है। यह एक ऐसी खोज है जिससे अल्जाइमर का समय से पहले पता लगाने में मदद मिलेगी। पुरस्कार राशि का आधा हिस्सा ओ कीफे को जाएगा जबकि शेष भाग मोजर दंपति को मिलेगा।


अर्थशास्त्र, 2014: फ्रांस के अर्थशास्त्री ज्यां तिरोल को बाजार शक्ति एवं नियमन विषय पर शोध के लिए अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया है। उनका शोध दर्शाता है कि विनायमक प्रतिस्पर्धा बनाए रखने और ग्राहकों से ज्यादा वसूली रोकने के लिए बाजार पर वर्चस्व रखने वाली प्रभावशाली कुछ कंपनियों को कैसे नियंत्रित किया जा सकता है।