इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर कथित तौर पर भारतीय जवानों द्वारा ‘संघर्ष विराम’ के कथित उल्लंघन पर मंगलवार (8 अगस्त) को भारत के उप-उच्चायुक्त को तलब किया. पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने कहा कि महानिदेशक (दक्षिण एशिया और सार्क) डॉ. मोहम्मद फैसल ने भारतीय उप-उच्चायुक्त जे पी सिंह को तलब किया और भारतीय बलों द्वारा ‘‘बिना उकसावे के की गयी फायरिंग की निंदा की.’’ इसमें दावा किया गया कि कथित तौर पर भारतीय जवानों की फायरिंग में करेला सेक्टर में 35 वर्षीय एक महिला की मौत हो गयी जबकि खुइरत्ता सेक्टर में एक अन्य महिला घायल हो गयी.


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विदेश कार्यालय ने कहा, ‘‘जानबूझकर नागरिकों को निशाना बनाया जाना निंदनीय है और मानवीय गरिमा तथा अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार एवं मानवाधिकार कानूनों के खिलाफ है.’’ वक्तव्य में कहा गया है, "संयम रखने की अपील के बावजूद भारत लगातार संघर्षविराम का उल्लंघन करता रहा है. इस साल अब तक भारतीय सुरक्षा बलों ने नियंत्रण रेखा और सीमा (वर्किं ग बाउंड्री) पर 600 से अधिक बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया है, जिसमें 25 निर्दोष नागरिकों की मौत हो गई और 110 से अधिक घायल हुए."


पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय का कहना है कि पिछले साल भारतीय सैनिकों ने 382 बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया था. साथ ही पाकिस्तान ने यह भी कहा है कि उसने भारत से 2003 में की गई संघर्षविराम संधि का सम्मान करने और संघर्षविराम उल्लंघनों की जांच किए जाने का अनुरोध किया है. भारतीय उपउच्चायुक्त से यह भी कहा गया कि भारत और पाकिस्तान में नियुक्त संयुक्त राष्ट्र मिलिट्री ऑब्जर्वर ग्रुप को जम्मू एवं कश्मीर में अपना काम करने की इजाजत दी जानी चाहिए.