Korea Border: कचरे से भरे गुब्बारों के जवाब में लाउडस्पीकर ब्रॉडकास्ट, दक्षिण के इस कदम से भड़क सकता है उत्तर कोरिया
South Korea: दक्षिण कोरिया के ‘ज्वांइट चीफ ऑफ स्टाफ’ ने कहा कि गुरुवार शाम से शुक्रवार सुबह के बीच उन क्षेत्रों में लाउडस्पीकर से प्रसारण किया गया जहां उत्तर कोरिया ने गुब्बारे उड़ाए थे.
North Korea: दक्षिण कोरिया ने कहा है कि उसने उत्तर कोरिया की ओर से कचरे भरे गुब्बारे उसकी ओर भेजे जाने के जवाब में सीमा पार प्योंगयांग विरोधी प्रसारण दोबारा शुरू कर दिया है. दक्षिण कोरिया के ‘ज्वांइट चीफ ऑफ स्टाफ’ ने कहा कि गुरुवार शाम से शुक्रवार सुबह के बीच उन क्षेत्रों में लाउडस्पीकर से प्रसारण किया गया जहां उत्तर कोरिया ने गुब्बारे उड़ाए थे.
दक्षिण कोरिया का कहना है कि उत्तर कोरिया ने गुरुवार दोपहर को भी कचरे भरे गुब्बारे उसकी ओर भेजे.
ब्रॉडकास्ट के कंटेंट के बारे में कुछ पता नहीं
ब्रॉडकास्ट के कंटेंट के बारे में अभी कुछ पता नहीं चल सका है. लेकिन 9 जून को इसके पिछले प्रसारणों में कथित तौर पर के-पॉप गाने, मौसम पूर्वानुमान और दक्षिण कोरिया की सबसे बड़ी कंपनी सैमसंग की खबरें शामिल थीं. इसके अवाला उत्तर कोरिया के मिसाइल कार्यक्रम और विदेशी वीडियो पर उसके दमन की बाहरी आलोचना भी शामिल थी.
भड़क सकता है उत्तर कोरिया
दक्षिण कोरियाई ब्रॉडकास्ट से उत्तर कोरिया की नाराज़गी बढ़ सकती है, जो अपनी राजनीतिक व्यवस्था को कमजोर करने के किसी भी बाहरी प्रयास के प्रति बेहद संवेदनशील है.
दक्षिण कोरियाई अधिकारियों के मुताबिक 2015 में, जब दक्षिण कोरिया ने 11 वर्षों में पहली बार लाउडस्पीकर प्रसारण फिर से शुरू किया था, तो उत्तर कोरिया ने सीमा पार से तोपें दागीं, जिसके बाद दक्षिण कोरिया ने भी जवाबी कार्रवाई की..
दक्षिण कोरिया की सेना ने पहले कहा था कि उत्तर कोरिया ने हाल के महीनों में अपने सातवें गुब्बारा अभियान के तहत गुरुवार दोपहर को गुब्बारे उड़ाए.
मई के अंत से शुरू होकर, उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया की ओर 2,000 से अधिक गुब्बारे उड़ाए हैं, जिनमें रद्दी कागज, कपड़े के टुकड़े, सिगरेट के टुकड़े और यहाँ तक कि गोबर भी है.
प्योंगयांग का कहना है कि वे दक्षिण कोरियाई कार्यकर्ताओं द्वारा अपने गुब्बारों के ज़रिए उत्तर कोरिया को राजनीतिक पर्चे भेजने के जवाब में ऐसा कर रहे हैं. हालांकि गुब्बारों में कोई भी खतरनाक सामग्री नहीं मिली. उत्तर कोरिया ने आखिरी बार जून के अंत में ऐसे गुब्बारे उड़ाए थे.