Bangladesh News: मार्शल आर्ट, हथियार चलाने की ट्रेनिंग, प्यादों से अब जिहादी आर्मी बनाएंगे यूनुस, क्या है पड़ोसी का खौफनाक प्लान?
Bangladesh News: सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर यूनुस एक हथियारबंद मिलिशिया क्यों खड़ा करना चाहते हैं. क्या यूनुस इस मिलिशिया को अपनी प्राइवेट आर्मी की तरह इस्तेमाल करेंगे या फिर मिलिशिया का मकसद कुछ और होगा. इन सवालों का जवाब जानिए हमारी ये रिपोर्ट.
Muhammad Yunus News: भारत के पड़ोसी बांग्लादेश से तमाम परेशान करने वाली खबरें आ रही हैं. इस बीच तमाम मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि बांग्लादेश के वर्तमान आका मोहम्मद यूनुस के वफादार साथियों ने हथियारबंद मिलिशिया बनाना शुरु कर दिया है. इस मिलिशिया को ISLAMIC REVOLUTIONARY ARMY नाम दिया गया है. इस हथियारबंद या यूं कहें कि आतंकी गुट की भर्ती 20 दिसंबर से शुरु हो चुकी है. बताया जा रहा है कि भर्ती के लिए आने वाले नौजवानों को पहले तीन दिन मार्शल आर्ट्स की ट्रेनिंग दी जाएगी. जो नौजवान ये ट्रेनिंग पूरी कर पाएंगे उन्हें एक महीने की हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जाएगी. ये ट्रेनिंग बांग्लादेशी फौज और पैरामिलिट्री फोर्स देगी. सूत्रों के मुताबिक इनमें से अधिकतर वो छात्र हैं जिन्होंने शेख हसीना की सरकार को उखाड़ फेकने की साजिश में बढ़चढ़कर भूमिका निभाई थी.
यूनुस हथियारबंद मिलिशिया क्यों खड़ा करना चाहते हैं?
इस खुलासे के बाद सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर यूनुस एक हथियारबंद मिलिशिया क्यों खड़ा करना चाहते हैं. क्या यूनुस इस मिलिशिया को अपनी प्राइवेट आर्मी की तरह इस्तेमाल करेंगे या फिर मिलिशिया का मकसद कुछ और होगा. इन सवालों का जवाब तलाशेगी हमारी ये रिपोर्ट.
5 अगस्त को जिन कथित छात्रों ने हाथों में पत्थर, डंडे और पेट्रोल बम लेकर शेख हसीना का तख्तापलट किया था.यूनुस के इन्हीं प्यादों के हाथों में अब खतरनाक हथियार होंगे.यूनुस का प्लान बता रहा है.अब बांग्लादेश में पैदा किए जा रहे हैं
क्या है पड़ोसी का नापाक प्लान?
यूनुस की इस जिहादी आर्मी पर बांग्लादेश से सबसे बड़ी गवाही आपको दिखाएंगे. लेकिन पहले जानिए इस जिहादी आर्मी को खड़ा करने के पीछे यूनुस का प्लान क्या है?
'यूनुस की जिहादी आर्मी का टारगेट हिंदू हैं'
बांग्लादेश में कयास लगाए जा रहे हैं.कि इस जिहादी आर्मी का कंट्रोल यूनुस खुद अपने हाथों में ऱखेंगे. और इस हथियारबंद मिलिशिया के जरिए यूनुस एक तीर से दो शिकार करेंगे. एक तरफ जिहादी आर्मी के जरिए यूनुस बांग्लादेशी हिंदुओं को निशाना बनाएंगे. ताकि राजनीति में उनकी हिस्सेदारी और शक्ति को कम किया जा सके. दूसरी तरफ अवामी लीग जैसे राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ भी यूनुस की मिलिशिया का इस्तेमाल किया जाएगा.
यानी यूनुस जो चाहते हैं वो ये जिहादी आर्मी करेगी. लेकिन इल्जाम सीधे तौर पर यूनुस या फिर बांग्लादेशी सिस्टम पर नहीं लगेगा. और अवार्ड विनिंग यूनुस की इंटरनेशनल छवि पर चोट नहीं लगेगी.
हर तानाशाह ने रखी प्राइवेट आर्मी
इतिहास गवाह रहा है कि हर तानाशाह ने अपने कार्यकाल के दौरान. एक प्राइवेट आर्मी रखी है. मिसाल के लिए सद्दाम हुसैन ने बाथ पार्टी का हथियारबंद गुट बनाया था. मुअहम्मर गद्दाफी के साथ महिला सैनिकों का दस्ता चलता था. सीरिया का तानाशार फौज की 45वीं बटालियन को प्राइवेट आर्मी की तरह इस्तेमाल करता था.
तो क्या मोहम्मद यूनुस भी तानाशाहों की इसी लिस्ट का हिस्सा बनने जा रहे हैं.क्या किसी इमरजेंसी के दौरान अपना कवच तैयार करने के लिए यूनुस जिहादी आर्मी बना रहे हैं.ये वो सवाल हैं जिनका जवाब.एक महीने बाद सामने आएगा.जब बांग्लादेश की जिहादी आर्मी की कथित ट्रेनिंग पूरी हो जाएगी.