NASA News: यूएपी (अनआइडेंटीफाइड अनोमैलस फेनोमेना) जिसमें आमतौर पर यूएफओ (अनआइडेंटिफाइड फ्लाइंग ऑब्जेक्ट) के रूप में जाना जाता है, दुनिया के सबसे बड़े रहस्यों में से एक है. नासा ने अब मिस्ट्री की जांच करने के लिए बेहतर तकनीक और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का सहारा लेगी.


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सैकड़ों यूएफओ देखे जाने की नासा जांच रिपोर्ट में पाया गया कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि अस्पष्टीकृत घटनाओं के पीछे एलियंस थे, लेकिन अंतरिक्ष एजेंसी इस संभावना से इंकार भी नहीं कर सकी.  इसमें यह रेखांकित किया गया कि नासा बेहतर तकनीक और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के साथ यूएपी (अनआइडेंटीफाइड अनोमैलस फेनोमेना) की जांच करेगा.


नासा पारदर्शिता के साथ डाटा शेयर करेगी
नासा के प्रशासक बिल नेल्सन ने कहा कि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी न केवल संभावित यूएपी घटनाओं पर शोध करने का बीड़ा उठाएगी, बल्कि अधिक पारदर्शिता के साथ डेटा साझा करेगी.


ऐसी घटनाओं का अध्ययन करने के लिए, नासा ने जून 2022 में, उनसे संबंधित डेटा और संसाधनों का अध्ययन करने और उनकी प्रकृति पर प्रकाश डालने का तरीका खोजने के लिए एक बाहरी स्वतंत्र अध्ययन दल की स्थापना की थी जिसने अपनी रिपोर्ट दे दी है.


तकनीकी और वैज्ञानिक टिप्पणियों से भरी पड़ी  रिपोर्ट 
नासा की कुल 36 पेजों की यह रिपोर्ट काफी तकनीकी और वैज्ञानिक टिप्पणियों से भरी पड़ी है. 5 मार्च, 2021 और 30 अगस्त, 2022 के बीच, अमेरिकी रक्षा विभाग को कुल 247 नई यूएपी रिपोर्टें प्राप्त हुईं, जबकि 27 वर्षों में 800 से अधिक घटनाएं देखी गई हैं.


रिपोर्ट के आखिरी पन्ने में कहा गया है कि 'निष्कर्ष निकालने का कोई कारण नहीं है' कि नासा ने जिन सैकड़ों यूएपी देखे जाने की जांच की है, उनके पीछे कोई अलौकिक स्रोत हैं. रिपोर्ट में कहा गया है, ‘हालांकि, अगर हम इसे एक संभावना के रूप में स्वीकार करते हैं, तो उन वस्तुओं ने यहां तक पहुंचने के लिए हमारे सौर मंडल से यात्रा की होगी.’


हालांकि रिपोर्ट ने यह निष्कर्ष नहीं निकाला कि अलौकिक जीवन मौजूद है, लेकिन नासा ने ‘पृथ्वी के वायुमंडल में संभावित अज्ञात एलिएन प्रौद्योगिकी के सक्रिय होने' की संभावना से भी इनकार नहीं किया.