काठमांडू: नेपाली पुलिस (Nepal Police) ने कंचनपुर जिले में भारतीयों के एक समूह पर गोली चला दी, जिसमें एक युवक की मौत हो गई. नेपाली पुलिस का दावा है कि मारा गया युवक मादक पदार्थ की तस्करी (Drug Trafficking) और जाली नोटों के कारोबार में शामिल था. 


ड्रग तस्करी की सूचना मिली थी- नेपाल पुलिस


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नेपाल के पुलिस उपाधीक्षक अमर बहादुर थापा ने कहा कि उन्हें खुफिया सूचना मिली थी कि जाली नोट छापने की मशीन और मादक पदार्थों को तस्करी कर नेपाल लाया जाएगा. इसके बाद पुलिस की पांच सदस्यीय टीम को पश्चिमी नेपाल के कंचनपुर जिले में नेपाल-भारत सीमा पर तैनात किया गया था. 


तस्करों ने पुलिस पर गोली चलाई- नेपाल पुलिस


डीएसपी ने दावा किया कि तस्करों ने गश्ती दल को देखते ही उन पर गोलीबारी शुरू कर दी. इसके बाद नेपाल पुलिस  (Nepal Police) के कांस्टेबल बीर बहादुर सऊद ने अपनी पिस्तौल से फायरिंग की, जिसमें उत्तर प्रदेश के पीलीभीत के रहने वाले गोविंदा सिंह (20) के सीने में गोली (Murder) लग गई. डीएसपी ने कहा कि गोविंदा सिंह को इलाज के लिए बेलौरी के ईशान मेमोरियल अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उसकी इलाज के दौरान  मौत हो गई. डीएसपी ने कहा कि पोस्टमार्टम के बाद युवक का शव परिजनों को सौंपा जाएगा. 


गोविंदा सिंह तस्करी में शामिल था- नेपाल डीएसपी


उन्होंने दावा किया कि भारतीय नागरिकों का ये समूह मादक द्रव्यों और जाली मुद्रा की तस्करी में शामिल था. गोविंदा सिंह के साथ मौजूद तीन अन्य भारतीय नागरिक फरार हैं. डीएसपी ने दावा किया कि मौके से जाली मुद्रा छापने की दो मशीनें, कागज, 65 ग्राम ब्राउन शुगर, 25 ग्राम अन्य मादक द्रव्य बरामद किया है. नेपाल पुलिस ने कहा कि इस मामले में आगे की जांच जारी है.


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पीलीभीत पुलिस ने नेपाल के दावों पर उठाए सवाल


वहीं पीलीभीत पुलिस ने नेपाल पुलिस (Nepal Police) के दावों पर सवाल उठाए हैं. जिले के पुलिस अधीक्षक जय प्रकाश यादव ने कहा कि गोविंदा सिंह, गुरमीत सिंह और पप्पू सिंह पीलीभीत (Pilibhit) जिले के भूमिदान राघवपुरी टीला चार गांव के निवासी हैं. गुरुवार शाम को वे तीनों कंचनपुर के बेलौरी बाजार में मेला घूमने गए थे. वहां पर नेपाल पुलिस के साथ उनकी बहस हो गई, जिसके बाद उन पर गोली चला दी गई.


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