India-Nepal Relations: ‘बंदरों के आतंक’ से परेशान नेपाल, भारत से मांगी मदद
Nepal News: नेपाल की कृषि, सहकारी और प्राकृतिक संसाधन समिति के सदस्यों ने संसदीय बैठकों में ‘बंदरों के आतंक’ के मुद्दे को उठाया. संसदस्यों ने नियंत्रण उपायों की आवश्यकता पर जोर दिया.
Nepal News: नेपाल ‘बंदरों के आतंक’ के आंतक से परेशान है. इस समस्या के समाधान के लिए नेपाली सांसदों और डॉक्टरों की एक भारत का दौरा करेगी. भारत में यह टीम बंदरों की आबादी को नियंत्रित करने का अध्ययन करेगी. मीडिया की एक खबर में बुधवार को यह बात कही गई.
‘माइ रिपब्लिका’ समाचार पोर्टल की खबर के अनुसार इस दौरे से पहले कृषि, सहकारी और प्राकृतिक संसाधन समिति के सदस्यों ने संसदीय बैठकों में भी ‘बंदरों के आतंक’ के मुद्दे को उठाया. सदस्यों ने नियंत्रण उपायों की आवश्यकता पर जोर दिया.
इसमें कहा गया है कि भारत सरकार इस यात्रा में मदद करेगी. यह टीम दस पशु चिकित्सकों और पांच वन रेंजर के साथ, समिति बधियाकरण के माध्यम से बंदरों की आबादी को नियंत्रित करने संबंधी अध्ययन के लिए हिमाचल प्रदेश की यात्रा करेगी.
हिमचाल ही क्यों आ रही है नेपाली टीम
वर्ष 2016 में हिमाचल प्रदेश ने पहली बार बंदरों को एक साल के लिए ‘नाशक जीव’ घोषित किया. इस दौरान बंदरों की आबादी को नियंत्रित करने के लिए उन्हें मारने की अनुमति मिल गई. सरकार ने 2021 तक कम से कम चार बार अनुमति की समय सीमा बढ़ाई.
खबर में कहा गया है कि नेपाली प्रतिनिधि सभा की एक अन्य समिति के सदस्य संसदीय संवाद और पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मंगलवार को भारत पहुंचे. अंतरराष्ट्रीय संबंध समिति के सदस्य सात फरवरी को नेपाल लौटेंगे. 11 सदस्यीय इस समिति में आठ सांसद हैं.
(इनपुट - भाषा)