इजराइल ने शुक्रवार को गाजा शहर राफा पर हमले को मंजूरी दे दी. नेतन्याहू सरकार के इस फैसले के बाद भी युद्धविराम की उम्मीदें पूरी तरह से खत्म नहीं हुई हैं. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक इजरायल ने हमास के साथ संभावित बंधक समझौते पर बातचीत के लिए कतर में एक और प्रतिनिधिमंडल भेजने की योजना बनाई है. 

 

इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि उन्होंने फिलिस्तीनी क्षेत्र के दक्षिणी किनारे पर स्थित शहर पर हमला करने की योजना को मंजूरी दे दी है. 

गाजा में हमास के आखिरी बचे गढ़ राफा और उसके आसपास लगभग 1.5 मिलियन लोगों मौजूद हैं. इनमें से ज्यादातर विस्थापित हैं और बेहद मुश्किल हालात में मिस्र की सीमा के पास फंसे हुए हैं.

 

इजरायल के वैश्विक सहयोगियों और आलोचकों ने बड़े पैमाने पर नागरिकों के हताहत होने के डर से नेतन्याहू से राफा पर हमला नहीं करने की बार-बार अपील की है.  हालांकि इजरायल का कहना है कि यह हमास के आखिरी गढ़ों में से एक है जिसे उसने खत्म करने का वादा किया है. 

 

वाशिंगटन में, व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि अमेरिका ने राफा प्लान नहीं देखा है, लेकिन देखना चाहेगा। उन्होंने कहा कि बंधकों के लिए हमास का युद्धविराम प्रस्ताव दायरे के भीतर है. उन्होंने इसे लेकर आशावादी रवैया जाहिर किया. 

 

क्या है हमास का युद्धविराम प्रस्ताव 

रॉयटर्स के मुताबिक प्रस्ताव में हमास ने मध्यस्थों और अमेरिका के सामने गाजा युद्धविराम का ऑफर दिया है. इसमें फिलिस्तीनी कैदियों की आजादी के बदले में इजरायली बंधकों की रिहाई शामिल है, जिनमें से 100 आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं. 

 

हमास के प्रस्ताव पर इजरायल की प्रतिक्रिया 

राफा हमले के प्लान को लेकर नेतन्याहू के कार्यालय के एक बयान में कहा गया है कि बंधकों की रिहाई के लिए हमास की मांग अवास्तविक है, हालांकि सुरक्षा कैबिनेट द्वारा अपनी स्थिति पर चर्चा करने के बाद एक इजरायली प्रतिनिधिमंडल दोहा जाएगा.

 

इजरायली बयान में कहा गया कि सिक्योरिटी फोर्सेज राफा में ऑपरेशन और आबादी की निकासी के लिए तैयारी कर रहा है. हालांकि इसमें कोई समय सीमा नहीं दी गई और ज़मीन पर अतिरिक्त तैयारियों का कोई तत्काल सबूत नहीं मिला. 

 

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने ऑस्ट्रिया में यूएस को राफा के लिए इजरायल की तरफ एक स्पष्ट और लागू की जा सकने वाली योजना देखने की जरूरत है, जिसमें नागरिकों को नुकसान से बचने के लिए बाहर निकालना भी शामिल है. 

 

रमजान में लागू नहीं हो सकता युद्धविराम

मुस्लिमों के पवित्र महीने रमजान के समय पर युद्धविराम समझौते पर पहुंचने में वार्ताकार इस हफ्ते नाकाम रहे। वाशिंगटन और अरब मध्यस्थ अभी भी राफा पर हमले को रोकने और भुखमरी से बचने के लिए भोजन देने के लिए एक समझौते पर पहुंचने के लिए कोशिश कर रहे हैं.

 

गाजा में 31 हजार से ज्यादा लोगों की मौत

7 अक्टूबर को हमास के सबसे बड़े हमले में इजरायल में लगभग 1,160 मौतें हुईं, जिनमें ज्यादातर नागरिक थे. फिलिस्तीनी ग्रुप ने लगभग 250 इज़रायली और विदेशी लोगों को भी बंधक लिया था, जिनमें से दर्जनों को नवंबर में एक सप्ताह के संघर्ष विराम के दौरान रिहा कर दिया गया था. इजरायल का मानना है कि गाजा में लगभग 130 बंदी बचे हैं, जिनमें 32 मृत मान लिए गए हैं.

 

हमास के हमले के बाद इजरायल ने हमास के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया और गाजा पर हवाई और जमीनी हमले शुरू कर दिए.  गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, हमास के खिलाफ इज़राइल के जवाबी अभियान में गाजा में कम से कम 31 हजार से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं जिनमें से अधिकांश महिलाएं और बच्चे हैं. वहीं 73 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.