नई दिल्ली: न्यूजीलैंड के आम चुनावों (New Zealand election 2020) के नतीजे बेहद अहम हैं. न्यूजीलैंड ने इन चुनाव नतीजों से दुनिया की निगाह अपनी तरफ खींची है लेकिन इसका केंद्र हैं लेबर पार्टी की नेता व न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा आर्डर्न (Jacinda Ardern Labour Party ). इस प्रचंड जीत के लिए जैसिंडा आर्डर्न की दुनिया भर में चर्चा है. उनके नेतृत्व में लेबर पार्टी को 49 फीसदी से अधिक वोट मिले हैं जबकि 26.9 प्रतिशत मतों के साथ राष्ट्रीय पार्टी दूसरे स्थान पर है. इस चुनाव परिणाम के अलग-अलग निहितार्थ निकाले जा रहे हैं, जिनमें सबसे अहम है जैसिंडा आर्डर्न की लोकप्रियता.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह भी पढ़ें: क्रिकेट एसोसिएशन घोटाला: जम्मू कश्मीर के पूर्व CM फारूक अब्दुल्ला से ED की पूछताछ


चुनाव परिणामों का क्या महत्व है?
न्यूजीलैंड चुनावों में आर्डरन की पार्टी ने बहुमत हासिल किया है. 50 वर्षों में लेबर पार्टी के लिए यह सबसे बड़ी जीत है. 1996 में MMP (मिश्रित-सदस्यीय आनुपातिक प्रतिनिधित्व) निर्वाचन प्रणाली लागू होने के बाद यह पहली बार होगा जब कोई एक पार्टी अकेले शासन करेगी, वो भी लगभग 50 प्रतिशत वोट के साथ. 120 सदस्यों वाली संसद में पार्टी को 61 से अधिक सांसद मिल सकते हैं, जो बहुमत से अधिक हैं. इस सबका श्रेय जैसिंडा आर्डर्न को दिया जा रहा है.


कौन हैं जैसिंडा आर्डर्न?
न्यूजीलैंड के हैमिल्टन शहर में जन्मी और ग्रामीण इलाके में पली बढ़ीं जेसिंडा आर्डर्न की राजनीतिक में शुरुआत से ही रुचि रही. मात्र 18 वर्ष की आयु में ही साल 2001 उन्होंने लेबर पार्टी जॉइन कर ली थी. आर्डर्न ने वाइकातो यूनिवर्सिटी से कम्युनिकेशन स्टडीज की डिग्री हासिल की. साल 2008 में पहली बार उन्हें सांसद प्रत्याशी बनाया गया. इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा. अगस्त 2017 में उन्हें पार्टी का नेता चुना गया और इसके बाद वह देश की 40वीं प्रधानमंत्री बनीं.


आर्डर्न की प्रमुख नीतियां
अपने राजनीतिक जीवन के दौरान, आर्डरन न्यूजीलैंड के बाहर भी लोकप्रिय रही हैं. उन्होंने प्रवासन जैसे मुद्दों के बारे में दुनियाभर को अपने प्रगतिशील विचारों से परिचित करवाया. बच्चों, महिलाओं के अधिकारों के बारे में मुखर रहीं. नए उद्यमियों को खूब प्रोत्साहित किया. प्रधानमंत्री के तौर पर आर्डरन ने 2019 में क्राइस्टचर्च हमलों (Christchurch Attacks) के बाद देश को एकजुट रखा. इस हमले में 49 से अधिक लोग मारे गए थे. हमले के बाद के हालातों से निपटने के लिए उन्हें सराहा गया.


कोरोना के खिलाफ लड़ाई में बड़ी जीत
2020 के चुनावों में उनकी जीत में सबसे बड़ा कारण कोरोना वायरस (Corona virus) के खिलाफ लड़ाई में उनकी जीत को माना जा रहा है. उन्होंने कोरोनो वायरस महामारी से बचाव के बेहतर उपाय किए और अपने देश को बचाया. न्यूजीलैंड ने मई में ही कोरोना के सामुदायिक प्रसार की समाप्ति की घोषणा कर दी थी.

आर्डर्न जलवायु परिवर्तन के बारे में भी मुखर रही हैं. पिछले नवंबर में न्यूजीलैंड की संसद ने Zer-Carbon Act पारित किया जिसके तहत न्यूजीलैंड को 2050 से पहले शून्य कार्बन उत्सर्जन वाला देश बनाना है. उन्होंने असमानता के खिलाफ बड़ी लड़ाई लड़ी. बाल गरीबी को कम करने के कड़े कदम उठाए.


VIDEO