मैदुगिरी: नाइजीरिया के उत्तरी दापची गांव से पिछले महीने 111 लड़कियों को अगवा करने वाले इस्लामी चरमपंथी समूह बोको हराम ने अपहृत लड़कियों में से एक और को रिहा करने की बात कही है. यह जानकारी नाइजीरियाई पुलिस के प्रमुख ने रविवार (25 मार्च) को दी. लीह शरीबू की मां ने बताया कि बातचीत के बाद बोकोहराम के चरमपंथियों ने बुधवार (21 मार्च) को उसकी 105 अन्य सहपाठियों को तो रिहा कर दिया, लेकिन लीह को बंदी बनाये रखा था, क्योंकि वह एक ईसाई है और उसने इस्लाम धर्म कबूलने से इनकार कर दिया था. उसी वक्त उन्होंने पांच अन्य लड़कियों को भी अगवा किया था, लेकिन उनका कोई अता-पता नहीं है और माना जाता है कि अपहरणकर्ताओं के चंगुल से भागने की कोशिश के दौरान ये लड़कियां भगदड़ में मारी गयीं हैं.


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पुलिस महानिरीक्षक मोहम्मद अबूबकर ने रविवार (25 मार्च) को बताया कि लड़की की रिहाई में कोई दिक्कत नहीं हो इसलिए उन्होंने दापची का दौरा रद्द कर दिया है. उन्होंने कहा कि भारी तादाद में सुरक्षा बलों की मौजूदगी से इन प्रयासों को नुकसान पहुंच सकता है. बहरहाल अभी यह स्पष्ट नहीं है कि लड़की को कब मुक्त किया जायेगा. लड़की के पिता नाथन शरीबू ने पुष्टि की कि उन्होंने लीह के दापची के लिये रवाना होने की बात सुनी है. लड़कियों को अगवा करने वाले समूह के प्रमुख ने भी उसकी रिहाई की पुष्टि की है.


चाड में संघर्ष में एक सैनिक और बोको हराम के 20 लड़ाके मारे गए
इससे पहले नाइजीरिया के निकट चाड के अशांत क्षेत्र में संघर्ष में एक सैनिक और बोको हराम के20 सदस्य मारे गए. चाड के एक सैन्य अधिकारी ने बताया कि यह घटना बीते 23 मार्च को टोहूकोउ हाजे नामक टापू पर हुयी. घटना में पांच सैनिक भी जख्मी हो गए.


उन्होंने बताया, ‘‘बोको हराम के 20 सदस्य मारे गए और काफी सारे हथियारों की बरामदगी हुई. चाड सेना का एक सदस्य भी मारा गया.’’ बोको हराम को पराजित करने की नाइजीरिया की सैन्य कोशिश में पड़ोसी कैमरून, चाड और नाइजर भी साथ दे रहा है.