सोल: संयुक्त राष्ट्र के एक वरिष्ठ अधिकारी के साथ मुलाकात के बाद उत्तर कोरिया ने अपने परमाणु कार्यक्रम पर तनाव बढ़ाने के लिए अमेरिका के ‘‘परमाणु ब्लैकमेल’’ को दोष दिया. हालांकि संगठन के साथ नियमित संवाद कायम रखने पर सहमति भी जताई. सरकारी मीडिया ने शनिवार (9 दिसंबर) को यह जानकारी दी. संकट को कम करने के उद्देश्य से जेफरी फैल्टमेन पांच दिवसीय दौरे पर प्योंगयांग गए थे और वहां से बीजिंग रवाना हो गए. हफ्तेभर पहले ही उत्तर कोरिया ने कहा था कि उसने नई बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया है जो अमेरिका तक पहुंचने में सक्षम है.


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वर्ष 2010 के बाद से संरा के इस स्तर के किसी राजनयिक का यह पहला दौरा था. उन्होंने विदेश मंत्री री यांग हो और उप विदेश मंत्री पाक म्योंग कुक से मुलाकात की. उन्होंने संरा द्वारा समर्थित चिकित्सकीय सुविधाओं का भी दौरा किया. उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए ने यह जानकारी दी.


रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘इन सभी बैठकों में हमारे पक्ष की ओर से कहा गया कि कोरियाई प्रायद्वीप में वर्तमान में जो तनावपूर्ण स्थिति बनी है उसकी वजह उत्तर कोरिया के प्रति अमेरिकी की शत्रुता की नीति और उसका परमाणु ब्लैकमेल है.’’ फैल्टमेन संरा के राजनीतिक मामलों के अवर महासचिव हैं. उनका यह दौरा अमेरिका और दक्षिण कोरिया के सबसे बड़े संयुक्त सैन्य अभ्यास के ठीक बाद हुआ है. 


उत्तर कोरिया से दो-दो हाथ करने की तैैयारी में जापान, खरीदेगा लंबी दूरी की मिसाइलें


वहीं दूसरी ओर उत्तर कोरिया के बढ़ते सैन्य खतरे के जवाब में जापान ने हवा से सतह पर मार करने में सक्षम मिसाइल खरीदने की योजना बनायी है. जापान के रक्षा मंत्री ने बीते 8 दिसंबर को यह जानकारी दी. उसके इस कदम से दशकों की उसकी शांतिवादी नीति को लेकर बहस शुरू होने की संभावना है. इत्सुनोरी ओनोडेरा ने कहा कि मंत्रालय की अप्रैल 2018 से शुरू हो रहे वित्त वर्ष में लंबी दूरी के क्रूज मिसाइलों की खरीद के लिए विशेष बजट के आग्रह की योजना है. स्थानीय मीडिया के अनुसार मंत्रालय की अमेरिकी कंपनियों से जेएएसएसएम और एलआरएएसएम जैसी लंबी दूरी तक हवा से सतह पर मार करने में सक्षम मिसाइल खरीदने की योजना है.