North Korea Cruise Missile Test: एक तरफ ईरान और इजराइल (Israel) की जंग ने दुनिया को टेंशन दे दी है. ऐसा लगने लगा है कि तीसरे विश्व युद्ध (Third World War) की तारीख करीब आने वाली है. दोनों देशों में बैठकों का दौर लगातार चल रहा है. तो इस टेंशन के बीच तानाशाह किम जोंग ने ऐसी हरकत की है कि सवाल उठने लगे हैं कि क्या तीसरे के बाद चौथे युद्ध की आहट भी करीब है? दरअसल, ईरान की ओर से इजराइल पर करीब 300 मिसाइलें और ड्रोन दागे जाने के बाद दुनिया पहले से तनाव में है. एक-एक पल की घटनाक्रम पर दुनिया की नजर है. इजराइल सरकार में बैठकों का दौर चल रहा है. नेतन्याहू सरकार ईरान से बदला लेने की रणनीति तय कर में जुटी है जो यही कहता है कि तीसरा विश्व युद्ध जल्द होने वाला है.


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क्या तानाशाह किम कराएगा युद्ध?


दरअसल, तानाशाह किम जोंग उन की हरकतों की वजह से दुनिया की टेंशन बढ़ गई है. एक तरफ दुनिया तीसरे विश्व युद्ध की मुहाने पर खड़ा है तो किम जोंग मिसाइल की टेस्टिंग पर टेस्टिंग कर रहा है. एक बार फिर उसने पश्चिमी तटीय क्षेत्र में एक अत्यधिक बड़े क्रूज मिसाइल मुखास्त्र और एक विमान रोधी मिसाइल का परीक्षण किया है.


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तीसरे विश्व युद्ध के मुहाने पर दुनिया?


ये सवाल अहम इसलिए है क्योंकि ये मौका अलग है. ईरान-इजराइल के बीच जंग से दुनिया टेंशन में है. तीसरे विश्व युद्ध के हालात पैदा हो रहे हैं. लेकिन शायद तानाशाह किम जोंग को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. तानाशाह इस मौके पर अमेरिका को आंखें दिखा रहा है. अमेरिका और दक्षिण कोरिया के साथ बढ़ते तनाव के बीच उत्तर कोरिया तेजी से अपनी सैन्य क्षमताओं को बढ़ा रहा है और हाल में उसने कई मिसाइल परीक्षण किए हैं.


उत्तर कोरिया का शक्ति प्रदर्शन


उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया के मुताबिक किम जोंग ने ‘ह्वासल-1 रा-3’ रणनीतिक क्रूज मिसाइल के लिए तैयार किए गए मुखास्त्र का ‘शक्ति परीक्षण’ किया है. साथ ही ‘प्योलजी-1-2’ विमान रोधी मिसाइल की भी टेस्टिंग की है.


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अमेरिका और बाकी देशों पर क्या होगा असर?


उत्तर कोरिया की जारी तस्वीरों में साफ दिख रहा है कि लॉन्चर ट्रक से कम से कम दो मिसाइलें दागी जाती हैं. जाहिर है तानाशाह अपनी इस हरकत से अमेरिका उकसाने की कोशिश कर रहा है. जनवरी 2024 में भी किम जोंग उन ने अपने कमांडरों के साथ बैठक की थी. साफ-साफ आदेश भी देते हुए कहा था अगर अमेरिका और दक्षिण कोरिया उसके खिलाफ उकसावे की कार्रवाई करते हैं तो उनका नामोनिशान मिटा दें. जाहिर है किम जोंग लगातार मिसाइस टेस्टिंग से अपनी ताकत बढ़ा रहा है जो अमेरिका के लिए टेंशन है.