वॉशिंगटन: अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति बराक ओबामा ने डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति चुने जाने के बाद नाटो संबंधित सहयोगियों को आश्वासन देते हुए आज कहा कि ट्रंप देश के नाटो समेत मूल रणनीतिक संबंधों को बनाए रखने को लेकर प्रतिबद्ध हैं। ओबामा ने कार्यालय में बने रहते हुए अपने आखिरी विदेशी दौरे के दौरान यह बात कही।


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ओबामा ने तीन देशों के एक सप्ताह लंबे दौरे के लिए रवाना होने से पहले व्हाइट हाउस के संवाददाताओं से कहा, ‘नवनिर्वाचित राष्ट्रपति के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने हमारे मूल रणनीतिक संबंधों को बनाए रखने में बहुत रचि दिखाई और मैं जो संदेश देने में समर्थ हूं, उनमें से एक नाटो एवं ट्रांस अटलांटिक अलायंस के प्रति उनकी प्रतिबद्धता है।’ 


उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि इस दौरे में, इस मंच से मैं जो महत्वपूर्ण काम कर सकता हूं, उनमें से एक है कि मैं उन्हें बताउं कि जब मजबूत नाटो संबंध बनाए रखने को लेकर अमेरिका की प्रतिबद्धता की बात आती है और जब यह पहचानने की बात आती है कि ये गठबंधन मात्र यूरोप के लिए ही अच्छे नहीं हैं बल्कि अमेरिका के लिए भी अच्छी है और यह विश्व के लिए भी अहम है, तो ये संकल्प कमजोर नहीं होंगे।’ ओबामा यूनान, जर्मनी और पेरू की यात्रा करेंगे।


ओबामा ने कहा, ‘मैं यूनान की अपनी पहली यात्रा को लेकर उत्साहित हूं। इसके बाद मैं जर्मनी जाउंगा। इसके बाद मैं चांसलर मार्केल के साथ यात्रा करूंगा जो पिछले आठ साल में मेरी निकटतम अंतरराष्ट्रीय सहयोगी रही हैं। मैं हमारे सबसे निकट सहयोगियों के साथ हमारी एकजुटता का भी संकेत दूंगा और मजबूत, एकीकृत एवं एकजुट यूरोप के लिए हमारा सहयोग व्यक्त करूंगा।’ वह पेरू में देश के उन नेताओं से बात करेंगे जो एशिया प्रशांत में पुनसर्ंतुलन के जरिए विदेश नीति का केंद्र रहे हैं।