BLA Latest Attack on Pakistan Army in Balochistan: पाकिस्तान में आतंकवाद की इतनी जड़ें मजबूत हैं कि अब यहीं से पैदा हुआ आतंकवाद उसे भारी पड़ रहा है. पाकिस्तान जिस तरह से बलूचों पर अत्याचार करता आ रहा है उसे भी अब इसकी आंच झेलनी पड़ रही है. पाकिस्तान में ऐसे ही बलूच लिब्ररेश फ्रंट ने आत्मघाती हमला बोलते हुए करीब 100 लोगों को मौत के घाट उतार दिया. यही नहीं BLA ने साफ कर दिया है कि वो किसी भी हाल में उनकी जमीन पर पाकिस्तान और चीन की चालबाज़ी चलने नहीं देंगे. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बस से उतारकर भून डाला


आपको बता दें कि बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी दावा करता आया है कि वो आजाद बलूचिस्तान के लिए जंग लड़ रहे हैं.आतंक की सबसे बड़ी फैक्ट्री चलाने वाला पाकिस्तान आज दर्द से कराह रहा है. आज बलोच विद्रोहियों ने पाकिस्तानी बसों और ट्रकों को धमाकों से उड़ा दिया. इस हमले के लिए आत्मघाती दस्ते घात लगा कर इंतज़ार कर रहे थे. अपने नेता नवाब बुग्‍ती की बरसी पर बलूच विद्रोहियों ने कम से कम 23 पाकिस्तानियों को ट्रकों और बसों से उतारकर उन्‍हें भून डाला.


जानकारी के मुताबिक बलूच लिबरेशन आर्मी के हथियारबंद लोगों ने पहले गाड़ियों को रोका और फिर पहचान पत्र देखने के बाद पाकिस्तानी के पंजाबी मूल के लोगों को मौत के घाट उतार दिया. यह घटना बलूचिस्तान के मूसाखेल जिले में हुई. हथियारबंद लोगों ने राराशम इलाके में एक अंतर-प्रांतीय राजमार्ग को रोका और बसों से यात्रियों को नीचे उतारा.


10 बसों को जला दिया गया


इस दौरान कईयों को बंधक भी बनाया गया. इसे पाकिस्तान से नफरत के तौर पर भी देखा जा रहा है. खबरों के मुताबिक नागरिकों के कपड़े पहनकर जा रहे पाकिस्तानी आर्मी के जवानों पर ये हमला बोला गया है. हमले के दौरान करीब 10 गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया. डिफेंस एक्सपर्टों का कहना है कि शायद पाकिस्तान के सैनिक बलूचिस्तान के खिलाफ किसी बड़े मिशन के लिए निकल रहे थे. विद्रोहियों के हमले से बचने के लिए उन्होंने सिविल ड्रेस पहनी और सिविल बस में सवार हुए थे. 


पाकिस्तान की पुलिस जैसे ही घटना स्थल पर पहुंची, वो वहां का मंजर देखकर हैरान हो गई. दूसरी ओर BLA के प्रवक्ता जायद बलूच ने बयान जारी कर कहा है कि BLA की मजीद ब्रिगेड ने बेला मिलिट्री कैंप के एंट्री गेट और पास की सुरक्षा चौकियों पर विस्फोटकों से लदे दो वाहनों पर हमला बोला. प्रवक्ता ने बताया कि ये ऑपरेशन हेरोफ के तहत किया गया हमला है. जिसमें 62 पाकिस्‍तानी सुरक्षाकर्मियों को मारने का दावा किया है. 


सिविल ड्रेस में सफर कर रहे थे सैनिक


उसने बताया कि यह ऑपरेशन हेरोफ पूरे बलूचिस्‍तान में चलाया जा रहा है. बीएलए ने कहा है कि मारे गए पाकिस्‍तानी सुरक्षार्मी आम नागरिकों के कपड़ों में बस में यात्रा कर रहे थे और इसी वजह से उनकी पहचान करके मारा गया है. आपको बता दें कि इस तरह का ये पहला हमला नहीं है. इससे पहले भी अप्रैल 2024 में भी नोश्की के पास एक बस से 9 यात्रियों को उतार कर इसी तरह से मौत के घाट उतारने से पहले पहचान पत्र देखा गया था. 


इसके अलावा 2019 में ग्वादर जिले के ओरमारा के करीब हमलावरों ने एक बस को रोककर 14 लोगों को मार डाला था. इनमें पाकिस्तानी वायु सेना, नेवी और कोस्ट गार्ड के जवान शामिल थे. आपको बता दें कि  बीएलए पाकिस्तान और चीन की नजदीकियों का जमकर विरोध करता आया है. बलूचिस्तान क्षेत्रफल के लिहाज से पाकिस्तान का सबसे बड़ा प्रांत है.


पाकिस्तान के चंगुल से निकलने की छटपटाहट


जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान, चीन के साथ मिलकर यहां के संसाधनों का जमकर इस्तेमाल कर रहा है लेकिन बलूचिस्तान के लोगों को ना तो कोई फायदा हो रहा है और ना ही उन्हें आराम से जीने दिय़ा जा रहा है. जाहिर है बलूचिस्तान के लोग पाकिस्तान और चीन की चालबाज़ी से परेशान हो कर हिंसा तक पर उतारू दिख रहे हैं. सवाल ये भी है कि क्या ये पाकिस्तान के चंगुल से छुटकारा लेने की छटपटाहट तो नहीं है.


नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहाँ पढ़ें Hindi News Today और पाएं Breaking News in Hindi हर पल की जानकारी. देश-दुनिया की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार. जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!