China News: चीन अपनी घटती आबादी से परेशान है और जनसंख्या बढ़ाने के लिए कोशिशों में लगा है. बीजिंग अपने प्रचार माध्यमों का जमकर इस्तेमाल कर रहा है. न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक देश में ‘प्रो बर्थ कल्चर’ को बढ़ावा देने के लिए  गर्भवती महिलाओं के लिए सौंदर्य प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है. बच्चे पैदा करने के फायदों के बारे में रैप वीडियो बनाए जा रहे हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

हाल के वर्षों में,  स्टेट ब्रॉडकास्टर के वार्षिक वसंत महोत्सव पर्व, [जो देश के सबसे ज्यादा देखे जाने वाले टीवी प्रोग्राम में से एक है] में दो या तीन बच्चों वाले परिवारों को बढ़ावा देने वाले पब्लिक सर्विस विज्ञापनों को प्रमुखता से दिखाया गया है.


पिछले साल प्रसारित एक विज्ञापन में, एक गर्भवती महिला को अपने पेट पर हाथ रखते हुए दिखाया गया था, जबकि उसका पति और बेटा शांति से बिस्तर पर सो रहे थे. कैप्शन में लिखा, ‘यहां चारों ओर जीवंतता बढ़ती जा रही है.’


आधिकारिक बयानबाजी में बड़े परिवारों को एक समृद्ध समाज प्राप्त करने की आधारशिला के रूप में दर्शाया जा रहा, जिसे चीनी भाषा में ‘ज़ियाओकांग’ के रूप में जाना जाता है.


बता दें देश में सत्तारूढ़ ’कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना’ ने जनसंख्या वृद्धि को कंट्रोल करने के लिए ‘केवल एक संतान’ की नीति का दशकों तक सख्ती से पालन किया जिसके कारण जन्म दर में काफी कमी आई और चीन की आबादी में छह दशक में पहली बार 2022 में गिरावट आई. 


जनसंख्या में यह गिरावट 2023 में भी जारी रही. पिछले महीने चीनी सरकार की तरफ से आंकड़ों के मुताबिक चीन की जनसंख्या 2023 में 20 लाख 80 हजार घटकर 1.4097 अरब रह गई. चीन के राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल चीन में 90 लाख 20 हजार बच्चों का जन्म हुआ, जो 2022 (95 लाख 60 हजार) से 5.6 प्रतिशत कम है.