Imran Khan in Jail: पाकिस्‍तान के पूर्व पीएम इमरान खान के समर्थक उनकी रिहाई के लिए इस्‍लामाबाद की सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं और इसी बीच उन्‍हें एक नए मामले के लिए दोषी ठहराया गया है. पाकिस्तान की एक अदालत ने जेल में बंद देश के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को पिछले साल हुए दंगों में अपराधियों को उकसाने और साजिश रचने का दोषी करार दिया है. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक पर 9 मई 2023 की हिंसा के संबंध में लाहौर में कई मामले दर्ज किए गए थे, जिनमें अपने समर्थकों को सरकारी और सैन्य भवनों पर हमला करने के लिए उकसाने का आरोप भी शामिल था.  


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह भी पढ़ें: कंगाल पाकिस्‍तान से हथियार खरीद रहा बांग्‍लादेश, पैसों की डील सुनकर दया आ जाएगी!


इमरान खान के खिलाफ गए सारे सुबूत


आतंकवाद निरोधक अदालत के न्यायाधीश मंजर अली गिल ने पिछले साल 9 मई के दंगों के 8 मामलों में पूर्व प्रधानमंत्री की गिरफ्तारी के बाद जमानत याचिकाओं के बारे में जारी एक लिखित आदेश में टिप्पणी की, ''ये अपराध सीआरपीसी की धारा 497 के निषेधात्मक खंड के अंतर्गत आते हैं. याचिकाकर्ता इमरान खान को दोषी पाया जाता है.''  न्यायाधीश ने कहा कि अभियोजन पक्ष ने षड्यंत्र रचने के आरोप को साबित करने के लिए गवाहों के बयान तथा याचिकाकर्ता के खिलाफ उकसावे और उकसाने के आरोप को साबित करने के लिए ऑडियो/विजुअल साक्ष्य पेश किए गए, जो खान को दोषी साबित करते हैं. खान कई मामलों में अगस्‍त 2023 से जेल में बंद हैं.


यह भी पढ़ें: क्‍यों 'साम्राज्‍यों का कब्रिस्‍तान' कहा जाता है ये देश? यहां मुगलों से लेकर अंग्रेजों तक ने मुंह की खाई


पूर्व डिप्‍टी स्‍पीकर बोले- पूर्व पीएम को जेल में जहर...


इसी बीच पाकिस्‍तान के पूर्व उप-स्पीकर कासिम खान सूरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इमरान खान की स्थिति पर गंभीर चिंता जताई है. सूरी ने लिखा है, ''इमरान खान को ऐसा कुछ दिया गया है जो उनके मानसिक संतुलन को बिगाड़ सकता है, उन्हें एक छोटे से कमरे में बंद किया गया है. साथ ही उस कमरे में एक जहरीले पदार्थ छिड़का जा रहा है, जिसका असर उनके दिमाग पर पड़ रहा है. इमरान खान की तबीयत खराब है, और उनकी जान को गंभीर खतरा है.''


बार-बार यह कहा जा रहा है कि पाकिस्तान सरकार इमरान खान को मानसिक रूप से कमजोर करने की कोशिश कर रही है, ताकि उनकी आवाज को चुप किया जा सके. इस मामले को लेकर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने पाकिस्तान पर दबाव बनाने की मांग की है कि वे इमरान खान के मानवाधिकारों का उल्लंघन करना बंद करें. (इनपुट-एजेंसी)