Pakistan Election :  पाकिस्तान में चुनाव के नतीजे करीब-करीब आ चुके हैं और किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है. जेल में कैद तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) चीफ इमरान खान के समर्थन वाले निर्दलीय उम्मीदवार 100 सीटों पर जीत चुके हैं जबकि पूर्व पीएम नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएलएन 73 सीटों पर जीत के साथ दूसरे नंबर पर है. जबकि बिलावल भुट्टो की पीपीपी को 54 सीटें मिली हैं. यानी साफ है कि किसी भी पार्टी के पास सरकार बनाने के लिए जादुई आंकड़ा नहीं है.    


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सरकार कौन बनाएगा, ये तो आने वाले वक्त में साफ हो ही जाएगा. लेकिन उससे पहले ही इमरान खान की पीटीआई और नवाज शरीफ की पीएमएलएन अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहे हैं. नवाज शरीफ ने तो शुक्रवार को जनता के नाम संबोधन भी दे डाला, जिसमें उन्होंने विपक्षी दलों और इमरान समर्थित उम्मीदवारों से साथ आने को कहा. 


 


इमरान की पार्टी एक्शन में


अब इमरान की पार्टी भी एक्शन में आ चुकी है.  PTI के अध्यक्ष बैरिस्टर गोहर अली खान ने शनिवार को कहा, 'इमरान खान ही तय करेंगे कि पाकिस्तान का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा. साथ ही पार्टी आम चुनावों में 170 नेशनल असेंबली सीटें जीतने के बाद पार्टी मजबूत स्थिति में होने का दावा कर रही है. इमरान हमारे वह नेता हैं, चाहे वह जेल में हों या बाहर.' गोहर ने यह भी दावा किया है कि 265 में से विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा गया और पार्टी ने 170 राष्ट्रीय सीटें जीती हैं. 


 


दिल खोलकर जनता ने इमरान को चुना


गोहर ने कहा कि इनमें से 94 सीटें वह हैं जिन्हें पाकिस्तान चुनाव आयोग (ECP) स्वीकार कर रहा है. उन्होंने कहा कि 22 अन्य सीटों पर जहां पीटीआई ने जीत हासिल की थी, वहां जीत हार में बदल गई. बीते कुछ समय से इमरान खान की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. अलग-अलग मामलों में उनको जेल हो गई. उनके तीसरे निकाह को भी गैर-इस्लामिक करार दे दिया गया. बावजूद इसके नतीजों से पता चलता है कि पाकिस्तान की जनता ने दिल खोलकर इमरान खान को चुना है.


 


सबसे आगे कौन 


जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने बृहस्पतिवार के चुनाव में नेशनल असेंबली में 101 सीट पर जीत हासिल की है. पाकिस्तान चुनाव आयोग द्वारा 265 में से 255 सीटों के घोषित परिणाम के अनुसार पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ने 73, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने 54 और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट(एमक्यूएम) ने 17 सीट पर जीत हासिल की है. अन्य सीटों पर छोटे दलों को जीत मिली है. सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को नेशनल असेंबली में 265 में से 133 सीट जीतनी होगी. एक उम्मीदवार की मौत के बाद एक सीट पर चुनाव स्थगित कर दिया गया था. कुल मिलाकर, साधारण बहुमत हासिल करने के लिए 336 में से 169 सीट की आवश्यकता है, जिसमें महिलाओं और अल्पसंख्यकों के लिए सुरक्षित सीट भी शामिल हैं. मतगणना अब भी जारी है.


 


आम तौर पर, यह माना जाता है कि अधिकांश निर्दलीय अपनी पार्टी के नेता इमरान खान के प्रति वफादार हैं, जो इस समय अडियाला जेल में हैं. निर्दलीय उम्मीदवारों के लिए एक और अवरोध यह है कि वे आरक्षित सीटों में हिस्सेदारी के लिए क्वॉलिफिकेशन हासिल नहीं करते हैं जो अगली सरकार तय करने में अहम होंगी. इसके विपरीत, पीएमएल-एन और पीपीपी दोनों सदन में महिलाओं और गैर-मुसलमानों के लिए आरक्षित 70 सीटों में से एक बड़ा हिस्सा पाने की उम्मीद कर सकती हैं.