PAK में हिंदू टैलेंट कर रहे कमाल, IPS जैसे अधिकारी से लेकर..DSP तक; लंबी है लिस्ट
Pakistani Hindus: पाकिस्तान के हिंदू समुदाय ने न केवल अपनी काबिलियत से हर क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है, बल्कि सामाजिक और धार्मिक विविधता की मिसाल भी पेश की है. ये कहानियां बताती हैं कि यदि अवसर मिले और समानता हो तो कोई भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकता है.
Hindu talents in Pakistan: भारत और पाकिस्तान के बीच के रिश्तों में चाहे जितनी कड़वाहट रही हो, दोनों देशों के लोगों के बीच एक गहरा सांस्कृतिक और ऐतिहासिक जुड़ाव हमेशा महसूस किया गया है. इन साझा जड़ों का प्रतिबिंब तब देखने को मिलता है, जब पाकिस्तान के हिंदू समुदाय से नई प्रतिभाएं उभरती हैं. हाल ही में सिंध प्रांत के राजेंद्र मेघवार ने अपनी काबिलियत का परचम लहराते हुए इतिहास रच दिया. वे पाकिस्तान पुलिस सेवा में पहले हिंदू अधिकारी बने हैं और पंजाब प्रांत के फैसलाबाद में सहायक पुलिस अधीक्षक ASP के रूप में अपनी सेवा दे रहे हैं.
कड़ी मेहनत और नया रोल मॉडल
असल में राजेंद्र मेघवार का यह सफर आसान नहीं रहा. एक मुस्लिम बहुल देश में अपनी जगह बनाना, वह भी पुलिस जैसी चुनौतीपूर्ण सेवा में, एक बड़ी उपलब्धि है. उनकी नियुक्ति ने न केवल हिंदू समुदाय को गर्वित किया है, बल्कि पाकिस्तान में पुलिस सेवा के प्रति भरोसा भी बढ़ाया है. इससे पहले भी, हिंदू समुदाय से कई प्रतिभाशाली व्यक्तियों ने अपनी मेहनत के दम पर प्रशासन, न्याय और सेना में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं. इनमें डॉ. सना रामचंद गुलवानी और मनीषा रोपेटा जैसी महिलाएं शामिल हैं, जिन्होंने प्रशासनिक और पुलिस सेवा में अपने योगदान से नई मिसाल पेश की.
क्रिकेट और कला में भी छा रहे हिंदू
खेल और कला के क्षेत्र में भी हिंदू समुदाय की भागीदारी उल्लेखनीय रही है. जहां अनिल दलपत और दानिश कनेरिया जैसे खिलाड़ियों ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व किया है, वहीं कई युवा हिंदू प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अपना स्थान बना रहे हैं. दूसरी ओर, रोहित भागवत जैसे कार्टूनिस्ट लोकतंत्र और मानवाधिकारों की आवाज बुलंद कर रहे हैं. उनके कार्टून पूरे पाकिस्तान में प्रसिद्ध हो चुके हैं और वे अपनी रचनात्मकता से लोगों के दिलों में जगह बना रहे हैं.
राजनीति में बढ़ती भागीदारी
पाकिस्तान के राजनीतिक इतिहास में हिंदू समुदाय की भागीदारी को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. मुहम्मद अली जिन्ना ने 1947 में जोगेंद्र नाथ मंडल को पाकिस्तान का पहला कानून मंत्री बनाया था. हालांकि तमाम परिस्थितियों के चलते मंडल को इस्तीफा देना पड़ा और भारत लौटना पड़ा. लेकिन समय के साथ, हिंदू समुदाय ने राजनीति में अपनी जगह बनाई. महेश मलानी और कृष्णा कुमारी जैसे राजनेता इस बात के प्रमाण हैं कि समुदाय अब मुख्यधारा की राजनीति में मजबूत उपस्थिति दर्ज करा रहा है.
सामाजिक और धार्मिक विविधता की मिसाल
पाकिस्तान के हिंदू समुदाय ने न केवल अपनी काबिलियत से हर क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है, बल्कि सामाजिक और धार्मिक विविधता की मिसाल भी पेश की है. ये कहानियां बताती हैं कि यदि अवसर मिले और समानता हो, तो हर समुदाय अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकता है. राजेंद्र मेघवार और अन्य हिंदू हस्तियों का योगदान इस बात का प्रमाण है कि पाकिस्तान का हिंदू समुदाय लगातार प्रगति की राह पर अग्रसर है.
भविष्य की ओर उम्मीदें
पाकिस्तान के हिंदू समुदाय के लिए ये उपलब्धियां केवल व्यक्तिगत सफलता तक सीमित नहीं हैं. ये पूरी दुनिया को यह संदेश देती हैं कि किसी भी समाज की प्रगति उसमें रहने वाले सभी समुदायों की समान भागीदारी और अधिकार सुनिश्चित करने से होती है. इन कहानियों से भारत और पाकिस्तान के बीच सांस्कृतिक संबंधों का एक सकारात्मक पक्ष भी उभरता है.