Shehbaz Sharif Govt: पाकिस्तान अजब देश है...कभी वहां पर आटे की किल्लत हो जाती है..कभी वहां गधों की सेल लगती है..तो कभी पाकिस्तान के भिखारी ही अपने देश की दुनियाभर में बदनामी करवाते हैं. अब पाकिस्तान से एक और मजेदार खबर आई है कि क्या वहां पर रोटी अब अदालतों में मिलेगी? 


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ये सवाल इसीलिए क्योंकि पाकिस्तान में रोटी और नान का मुद्दा अब अदालत की चौखट तक पहुंच गया है.  सस्ती रोटी खाने की पाकिस्तानी जनता की उम्मीदों पर अदालत ने पानी फेर दिया है. महंगाई से जूझ रही जनता को महंगी तंदूरी और महंगे नान से ही काम चलाना पड़ेगा.
पाकिस्तान में सरकार की ओर से पिछले दिनों रोटी की कीमत घटाने का ऐलान किया गया था...लेकिन चंद घंटों में अदालत ने पाकिस्तान की गरीब जनता की रोटी पर पानी फेर दिया. 


पाकिस्तान में जनता से रोटी वाला मजाक?
सवाल उन शहबाज शरीफ से है..जो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री हैं और बड़ी-बड़ी बातें करके सत्ता में आए हैं...क्या उन्हें अपने मुल्क में एक रोटी की कीमत पता है. क्या उन्हें पता है कि पाकिस्तान की जनता कितनी मुश्किल से 2 वक्त की रोटी खरीद पा रही है. पेशावर के जानिब जहां पर आटे और रोटी की कीमत में कमी के बावजूद आवाम महंगी रोटी खरीदने पर मजबूर है. शहरी कहते हैं कि 30 रुपये वाली रोटी का वजन भी बहुत कम है.



पाकिस्तान में रोटी अब अदालत से मिलेगी?
क्वेटा में 300 ग्राम तंदूर की रोटी की कीमत 40 रुपये मुकर्रर कर दी गई है. कराची में आटे की कीमत में नुमाया कमी के बावजूद कराची में तंदूर रोटी, नान और डबल रोटी की कीमतें कम नहीं हो सकीं.


पाकिस्तान को दुनिया समझ नहीं सकती !
पाकिस्तान दुनिया का सबसे अजीब देश है. यहां की जो हुकूमत है वो रात के पेट्रोल महंगा कर देती है और अचानक बिजली महंगी कर देती है, गैस महंगी कर देती है. सुबह सरकार करती है कि हम रोटी सस्ती कर देंगे. >> 


पाकिस्तान वाकई दुनिया का एक ऐसा मुल्क है..जिसे समझना किसी के बस की बात नहीं है. पाकिस्तान की जनता आटे दाल के लिए तरह ही उसके पास दो वक्त की रोटी जुटाने के पैसे नहीं हैं. ऐसे हालात में पाकिस्तान ने अपनी ही जनता के साथ बहुत भद्दा मजाक किया है. रात में रोटी की कीमतें कम की जाती हैं..ताकि गरीब जनता सस्ती रोटियां और नान खरीद सके..लेकिन अगले ही दिन जनता की उम्मीदों पर पानी पर अदालत पानी फेर देती है. पाकिस्तान की आवाम सरकार और कोर्ट के फैसलों के बीच पीसकर रह जाती है. 


पाकिस्तान में सस्ती रोटी दिखावा है?
आप जिनको कह रहे हैं कि आपने रोटी सस्ती कर दी है. आप अपने चाचा से कहें कि उनकी गैस सस्ती कर दें, उनकी बिजली सस्ती कर दें तो उनकी रोटी से ऑटोमैटिकली सस्ती हो जाएगी. जहां पर हुकूमत अरबों रुपये के टैक्स लगा रही है, लेविस बढ़ा रही है. सब्सिडी खत्म कर रही है. दूसरा जिन्होंने 300 यूनिट खत्म करनी थी, उन्होंने 4 रुपये एक रोटी पर खत्म कर दी. क्या वो जो रोटी से कमाने वाला है, अब उसे भी तो अपना घर पालना है. >>


पाकिस्तान की जनता अपने नसीब की कोस रही होगी कि किस मुल्क में जन्म ले लिया. वहां की सरकारों ने उन्हें महंगाई के ऐसे चक्रव्यूह में फंसा रखा है, जिससे वो चाहकर भी नहीं निकल सकते. 


गुरुवार को पाकिस्तान में रोटी कीमत घटाने का ऐलान किया गया था. तंदूर रोटी की कीमत 20 रुपये से घटाकर 16 रुपये कर दी गई थी तो नान की कीमत 25 रुपये से घटाकर 20 रुपये कर दिया गया था. लेकिन 12 घंटे के अंदर ही सरकार के इस फैसले को कोर्ट ने पलट दिया और रोटी-नान की कीमत घटाने के आदेश पर रोक लगा दिया. 


पाकिस्तान में रोटी अदालत से मिलेगा?
इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने नान-रोटी की कीमतों में कमी के नोटिफिकेशन पर 6 मई तक के लिए रोक लगा दी है. नानबाई एसोसिएशन के अध्यक्ष की याचिका पर ये फैसला हुआ है. क्या तंदूर वालों से पूछा गया कि आटा कितने का आ रहा है या लोगों को खुश करने के लिए ऑर्डर जारी कर दिया गया.  >>


पाकिस्तान में जनता को तंदूर रोटी-नान और डबल नान खरीदना पड़ता है. बकायदा वहां पर दुकानें हैं..जो तंदूरी रोटी और नान बेचती हैं. इनकी कीमत तंदूर रोटी बनाने वालों का संगठन और सरकार मिलकर तय करती हैं. अब तो पाकिस्तान के लोग अपनी ही सरकार से सवाल पूछ रहे हैं कि अगर रोटी सस्ती करनी है..तो पहले सिलेंडर और बिजली के दाम क्यों नहीं घटाते. 


आप जिनको कह रहे हैं कि आपने रोटी सस्ती कर दी है. आप अपने चाचा से कहें कि उनकी गैस सस्ती कर दें, उनकी बिजली सस्ती कर दें तो उनकी रोटी से ऑटोमैटिकली सस्ती हो जाएगी. 
कराची में आटे की कीमत में भारी कमी के बावजूद कराची में तंदूर की रोटी, नान और डबल रोटी की कीमतें कम नहीं हो सकीं.  तंदूर मालिकों का कहना है कि आटा तो सस्ता है लेकिन गैस की किल्लत की वजह से सिलेंडर पर रोटी बनाकर सस्ती नहीं बेच सकते. >>


पाकिस्तान में जनता से रोटी वाला मजाक? 
200 ग्राम में हमारा कोई फायदा नहीं है इसमें. वजह ये है कि सिलेंडर भी महंगा है और गैस जो है उसका बिल भी ज्यादा आता है.  ये है पाकिस्तान की हकीकत...जो अपने देश की जनता को महंगाई से बचाने का सिर्फ दिखावा करती है...हकीकत तो ये है कि वहां की सरकार खुद ही महंगाई के लिए जिम्मेदार है. 


दुनिया में कई ऐसे देश हैं जिनकी स्थिति आज काफी खराब है. कई दिवालिया हो चुके हैं, यहां तक कि हमारा पड़ोसी जो कि आतंक का सप्लाय था  वो आज आटा की सप्लाई के लिए तरह रहा है. कभी आटे के लिए लड़ाई..कभी रोटी की महंगाई...तो कभी पेट्रोल-डीजल की कीमतें...जब से शहबाज शरीफ ने सत्ता संभाली है...वो अपनी जनता पर महंगाई बम फोड़ने के मामले इमरान खान से चार कदम आगे निकल गए हैं.  ब्यूरो रिपोर्ट, ज़ी मीडिया