Pakistan News: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) को बड़ी कानूनी जीत मिली है. अब वह साथ संसद में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरेगी. दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को फैसला दिया कि यह पार्टी महिलाओं और अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित सीट के आवंटन के लिए पात्र है.


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चीफ जस्टिस काजी फैज इसा के नेतृत्व वाली सुप्रीम कोर्ट की 13 सदस्यीय पूर्ण पीठ ने पेशावर हाई कोर्ट के फैसले को रद्द कर दिया. हाई कोर्ट के फैसले में पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग (ईसीपी) की तरफ से नेशनल असेंबली और प्रांतीय विधानसभाओं में आरक्षित सीट में पार्टी को हिस्सा देने से इनकार करने के कदम को बरकरार रखा गया था.


पीठ ने निर्वाचन आयोग के फैसले को भी 'अमान्य' घोषित करते हुए इसे 'पाकिस्तान के संविधान के खिलाफ' करार दिया.


सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में क्या कहा?
अदालत ने कहा, 'चुनाव चिन्ह वापस लेने से किसी राजनीतिक पार्टी को चुनाव से अयोग्य नहीं ठहराया जा सकता.' सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग द्वारा पीटीआई को चुनाव चिन्ह के रूप में क्रिकेट बैट का उपयोग करने की अनुमति नहीं दिए जाने का हवाला दिया.


पीठ ने फैसला सुनाया, 'पीटीआई एक राजनीतिक पार्टी थी और है.' बता दें क्रिकेटर से राजनेता बने खान ने 1996 में पीटीआई की स्थापना की थी.


फैसले के बाद क्या होगा सीटों का गणित
‘जियो न्यूज’ की खबर के अनुसार, पीटीआई नेशनल असेंबली में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी क्योंकि 23 आरक्षित सीट हासिल करने के बाद इसकी सीट 86 से बढ़कर 109 हो जाएंगी.


खबर में कहा गया कि नेशनल असेंबली में विपक्षी गठबंधन की सीट संख्या भी बढ़कर 120 हो जाएगी. वर्तमान में, पीटीआई सहित संयुक्त विपक्ष के 97 सदस्य हैं.


खान की पार्टी के निचले सदन में फिलहाल जो 86 सदस्य हैं, जिनमें से 84 सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल (एसआईसी) और दो निर्दलीय - पार्टी नेता बैरिस्टर गौहर अली खान और उमर अयूब खान के साथ हैं.


विधानसभा के निचले सदन में पीटीआई की बहुमत सीटों के बाद भी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन का 209 सदस्यों की ताकत के साथ साधारण बहुमत पर कब्जा जारी रखेगा. पीएमएल-एन के कुल 108 सदस्य हैं.