Pakistan News: पाकिस्तान में दूध पर नए टैक्स लागू होने के बाद इसकी कीमतें आसमान पर पहुंच गई हैं. महंगाई का आलम यह है कि डेयरी उत्पाद फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया और कुछ अन्य विकसित देशों की तुलना में ज़्यादा महंगे हो गए हैं.


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ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक अल्ट्रा-हाई टेम्परेचर या यूएचटी दूध अब कराची के सुपरमार्केट में 370 रुपये (1.33 डॉलर) प्रति लीटर की कीमत पर मिल रहा है. जबकि इसकी एम्स्टर्डम में 1.29 डॉलर, पेरिस में 1.23 डॉलर और मेलबर्न में 1.08 डॉलर की प्राइस है.


पिछले हफ्ते नेशनल बजट में स्वीकृत टैक्सटेशन बदलावों के तहत पैकेज्ड दूध पर 18% टैक्स लगाया गया. पहले, यह कर-मुक्त था.


डच डेयरी उत्पादक रॉयल फ्रीसलैंडकैम्पिना एन.वी. की लोकल यूनिट के प्रवक्ता मुहम्मद नासिर ने कहा कि टैक्स लगाने से पहले, मिल्क प्राइस वियतनाम और नाइजीरिया जैसे विकासशील देशों के बराबर थे. लेकिन टैक्स लगाए जाने के बाद खुदरा कीमतों में 25 फीसदी तक बढ़ोतरी हुई.


दध की महंगी कीमत का क्या होगा असर?
पाकिस्तान में दूध के महंगे होने से महंगाई बढ़ेगी, जहां मजदूरी स्थिर हो गई है, जिससे लोगों की खर्च करने की क्षमता कम हो रही है.


कीमतों में बढ़ोतरी से बच्चों का स्वास्थ्य खराब हो सकता है क्योंकि देश की करीब 40% आबादी गरीबी में जी रही है जिसके लिए महंगा दूध खरदीना मुश्किल होगा.


रिपोर्ट के मुताबिक 5 वर्ष से कम आयु के लगभग 60% पाकिस्तानी बच्चे एनीमिया से पीड़ित हैं और 40% बौनेपन से पीड़ित हैं.


टैक्स में 40 फीसदी का इजाफा
पाकिस्तान ने पिछले सप्ताह के बजट में टैक्स में 40% का इजाफा किया, जो अब तक का सबसे अधिक है. इसका उद्देश्य नए बेलआउट के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष द्वारा निर्धारित शर्तों को पूरा करना है. गौरतलब है कि पाकिस्तान आर्थिक संकट से जूझ रहा है. उसके सामने अब उम्मीद की एकमात्र किरण आईएमएफ बेलाउठ पैकेज है जिसे वह किसी तरह हासिल करना चाहता है.