POK News in Hindi: भारत में जैसे जैसे चुनाव आगे बढ़ रहा है. वैसे वैसे पाकिस्तान की टेंशन भी बढ़ती जा रही है क्योंकि पीओके 4 जून से पहले पाकिस्तान से हिसाब साफ कर लेना चाहता है. एक तरफ भारत में छठे चरण का चुनाव खत्म होगा दूसरी तरफ पीओके में पाकिस्तान से आज़ादी लेने वाली बगावत का दूसरा चरण शुरू होगा. पाकिस्तान के एक्सपर्ट ने तो यहां तक कह दिया कि भारत का संदेश पीओके समझ चुका है और अब शहबाज़ और मुनीर मनाकर या डराकर भी पीओके को नहीं बचा सकते.  


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भारत के मिशन PoK से दबाव में पाकिस्तान


पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकार डॉक्टर कमर चीमा ने कहा, जो पाकिस्तान की हुकूमत है वो बहुत ज्यादा प्रेशर में है. आपको याद है थोड़ा अरसा पहले जब पाकिस्तान और आज़ाद कश्मीर के बारे में भारत के डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह साहब ने कहा था कि पीओके हमारा है. हम लेंगे..क्या भारत ने कुछ ऐसी कोशिशें शुरू कर दी हैं.


भारत से समर्थन PoK का जोश HIGH 


कश्मीर के अंदर जो आवामी एक्शन कमेटी है उसने जो बात की है मुज़फ़्फ़राबाद में 27 मई से दोबारा प्रोटेस्ट होंगे. वे कह रहे हैं कि हमारी जो आठ महत्वपूर्ण मांगे हैं. वो नहीं पूरी होती हैं तो हम ये प्रोटेस्ट जारी रखेंगे. यानी भारत में 25 मई को छठे चरण का चुनाव पूरा होगा. इसके एक दिन तक पीओके में शांति रहेगी. फिर भारत में आखिरी चरण के चुनाव से पहले पीओके में ऐसी आग लग जाएगी, जिसे ना शहबाज़ शरीफ कंट्रोल कर पाएंगे. ना ही पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर. चलिए अब आपको समझाते हैं. किस तरह भारत से संदेश मिलने के बाद पीओके ने पाकिस्तान की सरकार पर प्रेशर बनाना शुरू कर दिया है. 


मंगला डैम के हाइड्रो पॉवर प्रोजेक्ट पीओके को दिए जाएं. पीओके को लोड शेडिंग फ्री जोन करार दिया जाए. पीओके को करप्शन से आज़ादी मिले. न्यायिक आयोग भ्रष्टाचार की जांच करे. महंगाई कम हो. सब्सिडी बढ़ाई जाए. पाकिस्तान के एक्सपर्ट बताते हैं कि ​अगर पीओके की ये मांगे पूरी हो गईं तो पाकिस्तान अंधेरे में डूब जाएगा..यानी पाकिस्तान पीओके की ये मांगे पूरी कर ही नहीं सकता. ये मांगे पीओके के अलग राह लेने की शुरुआत है.  


भारत का संदेश PoK पहुंच गया


पाकिस्तान के एक्सपर्ट ये भी बता रहे हैं कि ये हिम्मत पीओक के लोगों को कहां से मिल रही है. पाकिस्तानियों को लगता है इसके पीछे हिंदुस्तानी नेताओं के बयान हैं. पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकार कमर चीमा ने कहा, भारत की जो लीडरशिप है. वहां पर उन्होंने कश्मीरियों को संदेश दे दिया है. देखो इंडियन कश्मीर के अंदर तरक्की है. इंडियन कश्मीर के अंदर विदेशी निवेशक आकर निवेश कर रहे हैं. मुझे लग रहा है कि ऐसे संदेश दिए जा रहे हैं और सोशल मीडिया ये संदेश देने में बड़ी भूमिका निभा रहा है. 


भारत में 4 जून को नई सरकार बन जाएगी. इससे पहले ही भारत के नेताओं ने वो तारीख बतानी भी शुरू कर दी है. कब पीओके पर भारत का कब्जा हो जाएगा. ये सारे बयान सोशल मीडिया के जरिए पीओके में भी सुने जा रहे हैं. ऐसे बयानों के बाद पीओके के लोगों ने पाकिस्तान की सेना और पाकिस्तान के हुक्मरानों को जमकर कोसना शुरू कर दिया है. 


पाकिस्तान को खरी-खोटी सुनाता PoK


जो आज़ाद कश्मीर का नौजवान है. जो लोग हैं लड़के..लड़कियां..खवातीन..बूढ़े..जवान. उन सबके सब जो पाकिस्तानी संस्थाएं हैं. खासकर मिलिट्री उसके बारे में या पॉलिटिकल लीडरशिप के बारे में या ओवरऑल पाकिस्तान के बारे में जो भाषा है. जो बातें वो कर रहे हैं. वैसी तो पाकिस्तान की पॉलिटिकल पार्टी भी नहीं करती हैं. 


जाहिर सी बात है, पाकिस्तान ने अपने लोगों का पेट काटकर पीओके को 23 अरब तो दे दिया. लेकिन पीओके को अब तिरंगा दिखाई दे रहा है. भारत से मैसेज ​क्लियर है. इसके बाद 27 मई से पीओके में जो प्रोटेस्ट शुरू होने वाले हैं वो पाकिस्तान से अलग होकर की खत्म होंगे.