Pakistan Election 2024: कुछ PTI नेता अब लड़ सकेंगे आम चुनाव, इमरान खान की पार्टी को SC ने दी बड़ी राहत
Pakistan General Election 2024: PTI का चुनाव चिह्न ‘बल्ला’ इस महीने जब्त कर लिया गया था. हालांकि इमरान खान की पार्टी चुनाव चिह्न के बिना ही चुनाव लड़ने की घोषणा की है.
Pakistan News: पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी को आठ फरवरी को होने वाले आम चुनाव से पहले सुप्रीम कोर्ट ने बड़ी राहत दी. अदालत ने शुक्रवार को इसके अध्यक्ष परवेज इलाही और कुछ अन्य वरिष्ठ नेताओं को चुनाव लड़ने की अनुमति दे दे दी. बता दें खान इस वक्त जेल में बंद है.
सुप्रीम कोर्ट की तीन सदस्यीय पीठ ने लाहौर हाई कोर्ट (एलएचसी) और चुनाव न्यायाधिकरण द्वारा उनकी उम्मीदवारी की अस्वीकृति के खिलाफ दायर इलाही की अपील पर सुनवाई की.
शीर्ष अदालत ने पीटीआई के अन्य नेताओं उमर असलम, ताहिर सादिक, सनम जावेद और शौकत बसरा को भी आगामी आम चुनाव लड़ने की अनुमति दी.
पीटीआई का चुनाव चिन्ह हो चुका है जब्त
खान कई आरोपों का सामना कर रहे हैं और वह पिछले साल अगस्त से उच्च सुरक्षा वाली अडियाला जेल में बंद हैं. उनकी पार्टी का चुनाव चिन्ह ‘बल्ला’ इस महीने जब्त कर लिया गया था. इसके अलावा उनकी पार्टी ने पीटीआई-नजरियाती के साथ गठबंधन का प्रयास किया था लेकिन अंतिम समय में वह पीछे हट गई.
पीटीआई ने की है चुनाव लड़ने की घोषणा
इमरान खान की पार्टी ने चुनावों का बहिष्कार नहीं करने और अपने चुनाव चिह्न के बिना ही चुनाव लड़ने की घोषणा की है. ‘बल्ला’ चुनाव चिह्न जब्त कर लिए जाने के बाद उनके सभी उम्मीदवार अलग-अलग चिह्नों के साथ चुनाव लड़ेंगे.
इमरान खान ने पार्टी के उम्मीदवारों को चेताया
हाल ही में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपनी पार्टी के उम्मीदवारों को आगाह किया है कि वे शांतिपूर्वक चुनाव अभियान की शुरुआत करें नहीं तो आठ फरवरी को होने वाले चुनाव के लिए उनके टिकट रद्द कर दिए जाएंगे. जियो न्यूज की एक खबर के अनुसार पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के संस्थापक इमरान खान (71) ने ‘सिफर’ मामले की सुनवाई के बाद मंगलवार को रावलपिंडी की अडियाला जेल में मीडिया से बातचीत में यह बयान दिया.
पार्टी समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई के बीच पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ समर्थित उम्मीदवार अपना चुनाव अभियान शुरू करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
खान ने अपने उम्मीदवारों से कहा कि वे अपने निर्वाचन क्षेत्रों में पार्टी की ताकत दिखाने के लिए विशाल रैली निकालें और सार्वजनिक सभाएं आयोजित करें. उन्होंने उम्मीदवरों को चेतावनी दी कि अगर पार्टी का चुनाव अभियान रविवार तक जोर नहीं पकड़ता है तो वह ‘निष्क्रिय’ उम्मीदवारों के स्थान पर ‘उपयुक्त उम्मीदवारों’ की घोषणा करेंगे.
(इनपुट - भाषा)