Mohamed bin Zayed Al Nahyan Pakistan Visit: पाकिस्तान में मिडिल ईस्ट के अमीर देश से एक बादशाह आए तो शहबाज शरीफ एंड कंपनी फौरन एक प्लेन में सवार होकर उनका नए साल के मौके पर इस्तकबाल करने पहुंची. इस बीच पाकिस्तानियों ने दावा कर दिया कि शहबाज शरीफ उनसे पैसे मांगने गए थे. हालांकि इसी मुलाकात के दौरान शहबाज ने कुछ ऐसा काम किया, जिसे लेकर पाकिस्तान के कई पत्रकार उन पर लानत-मलामत करने लगे.


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PAK में 'बादशाह' आ गये! 


यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद अल नाहयान पाकिस्तान आये और शहबाज शरीफ के साथ उनकी रहीम यार खान में मुलाकात हुई.
यूएई के राष्ट्रपति ने शहबाज शरीफ को अपनी गाड़ी में बिठा कर खुद ड्राइव किया. इस दौरान दोनों के बीच में पर्सनल बातचीत हुई.


पाकिस्तानी पत्रकार समीना पाशा ने कहा, 'इस दौरे के ऊपर क्या एक तहलका मचा हुआ है इस पर आपको एक्सक्लूसिव खबर देंगे. दूसरी पत्रकार ईसा नकवी ने कहा,'इस दौरे को अगर किसी एक अंदाज में समेटा जाये तो वो होगा र्मिंदगी..शर्मिंदगी..शर्मिंदगी..


यूएई के प्रेसिडेंट पाकिस्तान के प्राइवेट दौरे पर आये और शहबाज शरीफ फौरन अपनी पूरी टीम के साथ कटोरा लेकर पहुंच गये. यूएई के प्रेसिडेंट मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान (Mohamed bin Zayed Al Nahyan) को देखते ही पाकिस्तान की पूरी सरकार को लोन मिलने के सपने आने लगे हैं. 


वजीरे आजम शहबाज शरीफ का आपको कई महीने पहले का एक बयान याद होगा जिसकी चर्चा न सिर्फ पाकिस्तान बल्कि पूरी दुनिया में हुई थी. उसमें छोटे शरीफ ने कहा था-  'मुझे बड़ी शर्मिंदगी हुई कि मैं हर बार आता हूं, कोई और आता है तो आप कहते तो नहीं लेकिन दिल के अंदर तो आप समझते होंगे ये पैसे मांगने आ गये हैं.'


सबसे पहले पूरी खबर समझिए


यूएई के प्रेसिडेंट पाकिस्तान के एक इलाके रहीम यार खान में पहुंचे. वहां वो शिकार के लिये आए. ये उनका प्राइवेट दौरा है. हालांकि जैसे ही ये खबर इस्लामाबाद पहुंची. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ तुरंत अपनी पूरी टीम के साथ स्पेशल प्लेन से रहीम यार खान पहुंच गये. यहां शहबाज के साथ उनकी भतीजी मरियम नवाज भी थीं. इन सबने शेख साहब से मीटिंग की और पाकिस्तान के पत्रकार इसी बात पर शहबाज के फैसले को शर्मनाक बता रहे हैं.


पड़ोसी मुल्क से आई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तानी पत्रकार समीना पाशा ने कहा, 'बाकायदा एक स्पेशल जहाज लेकर रहीम यार खान पहुंच गये और वहां जाकर शेख साहब से मिल रहे हैं और उनका इस्तकबाल कर रहे हैं. ये इतनी शर्मनाक बात लग रही है. ठीक है कि हम गरीब मुल्क हैं, ये भी बात ठीक ही है कि हम दूसरों के टुकड़ों पर पल रहे होते हैं, हमें कर्जे चाहिये होते हैं. लेकिन इसका मतलब ये है कि आप बिल्कुल ही अपनी सेल्फ रिस्पेक्ट खो देते हैं. मतलब एक बंदा(यूएई प्रेसिडेंट) अपने प्राइवेट दौरे पर आया हुआ है वो कोई ऑफिशियल दौरे पर नहीं आया और आप वहां क्यों पहुंचे ये अंदाजा लगाना कोई मुश्किल काम नहीं है.


जैसे ही शहबाज वहां पहुंचे. तुंरत ही दोनों की तस्वीरें पाकिस्तानी मीडिया में दिखाई दीं. फौरन दावा किया गया कि यूएई के प्रेसिडेंट और शहबाज के बीच में बातचीत हुई है. अब यूएई की सरकार पाकिस्तान में नया इंवेस्टमेंट कर सकती है. हालांकि शहबाज के लिये जो खबर प्लांट करवाई गई, उसकी पोल खोलने का काम लगे हाथ खुद पाकिस्तानियों ने ही कर दिया.


पाकिस्तानी पत्रकार ईसा नकवी ने कहा, 'आपको अगले कुछ दिनों में नजर आएगा कि स्लो मोशन में शहबाज शरीफ जो बढ़ रहे हैं आगे और DSLR कैमरे जिसमें बैकग्राउंड डिफोकस हो जाता है और जिस शख्सियत के ऊपर कैमरा फोकस कर रहा होता है वो फिर बड़ा उभर कर सामने आता है. फिर उनकी कलर ट्रीटमेंट भी होगी. फिर आपको नजर आएगा कि गाड़ी में स्क्रीन के पीछे शहबाज शरीफ मोहम्मद बिन जायद की किसी बात पर कहकहा लगा रहे हैं.'


पाकिस्तानी पत्रकार ने जिस बात की आशंका जताई. वो तुरंत ही सच साबित हुई. शहबाज-नाहयान की मीटिंग के तुरंत बाद ऐसी तस्वीर आई जिसमें दोनों नेता बात कर रहे हैं. तस्वीरें देखकर ऐसा लगा मानो नाहयान की किसी बात पर शहबाज ने कहकहा लगाया.


माजरा क्या है?


अब पूरे मामले के पीछे छिपी स्टोरी समझिये. अरब देशों के रईस शिकार के अक्सर पाकिस्तान आते हैं और पाकिस्तान में चाहे पीएम शहबाज हों या इमरान या कोई और वो हंसते-हंसते उनका रेड कारपेट वेलकम करते हैं. इसी बहाने उन्हें इन अरबपति राष्ट्राध्यक्षों के करीब जाने का एक्स्ट्रा मौका मिल जाता है. यही वो मौका होता है जब वो पाकिस्तान के लिये कुछ पैसे मांग लेते हैं. वैसे भी पाकिस्तान में शहबाज शरीफ को किसी से भी पैसे मांगने में एक्सपर्ट माना जाता है.


शहबाज शरीफ ने खाड़ी देशों के राष्ट्रपति और शहजादों के ना जाने कितने चक्कर लगाए हैं. ये भी संभव है कि इस बार भी शहबाज ने नाहयान से पैसों को लेकर बात की हो और पाकिस्तानी सरकार दोबारा पैसों का मुद्दा ना उठाये. ये सोचकर मुमकिन है कि शेख साहब ने कुछ पैसे पाकिस्तानियों के मुंह पर मार भी दिये होंगे.