हैरान कर देगा शी जिनपिंग का शासन मॉडल, चीन यात्रा के दौरान क्या बोले पुतिन
China Governance Model : मई के मध्य में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन चीन यात्रा पर थे, जिस दौरान उन्होंने कहा कि रूस और चीन ज्यादा लोकतांत्रिक बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था की स्थापना को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त रूप से प्रतिबद्ध हैं.
Xi Jinping : मई के मध्य में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन चीन यात्रा पर थे, जिस दौरान उन्होंने कहा कि रूस और चीन ज्यादा लोकतांत्रिक बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था की स्थापना को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त रूप से प्रतिबद्ध हैं. जो देश खुद को लोकतांत्रिक मानते हैं, उनके लिए पुतिन की धारणा हास्यास्पद है, क्योंकि चीन और रूस दोनों पर निरंकुश शासकों का शासन है, जिनका सत्ता पर पकड़ खोने का कोई इरादा नहीं है.
दरअसल, लंदन के एसओएएस विश्वविद्यालय में एसओएएस चाइना इंस्टीट्यूट के निदेशक प्रोफेसर स्टीव त्सांग ने बताया, कि प्रशासन के मामले में चीन के सामने सबसे बड़ी चुनौती शी के हाथों में सत्ता का केंद्रीकरण है.
अमेरिका में जेम्सटाउन फाउंडेशन थिंक-टैंक के एक वरिष्ठ फेलो डॉक्टर विली वो-लैप लैम ने सहमति व्यक्त की, उन्होंने कहा कि शी जिनपिंग ने अपने एक दशक लंबे शासन के दौरान मानदंडों को नष्ट कर दिया है और सत्ता के लेन-देन को बिगाड़ दिया है.
डॉ लैम ने आगे बीजिंग में सत्ता परिवर्तन का भी उल्लेख किया है. साथ ही झेजियांग गुट उन अधिकारियों का संदर्भ है जिन्होंने शी के साथ काम किया था जब वह 2002-07 तक तटीय प्रांत के पार्टी प्रमुख थे.
हांगकांग में जन्मे शिक्षाविद ने कहा कि इस बदलाव का सबसे बड़ा लाभार्थी पांचवीं रैंक वाली पीबीएससी सदस्य कै क्यूई रही हैं. चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) सचिवालय के प्रमुख और केंद्रीय समिति जनरल कार्यालय के निदेशक के रूप में, वह राज्य सुरक्षा और "पार्टी निर्माण" के प्रभारी हैं, जिसमें शी के प्रति उनकी वफादारी का आकलन करने के लिए अधिकारियों की जांच शामिल है.
अपने ही नागरिकों पर चीनी सरकार रखती है निगरानी
शी जिनपिंग की कम्युनिस्ट सरकार को अपने ही नागरिकों से इतना डर लगता है कि वह हर वक्त उन पर नजर रखती है. तानाशाह जिनपिंग ने नागरिकों पर नजर रखने के लिए सबसे बड़ा निगरानी सिस्टम बना रखा है. जिनपिंग के चीन में अधिकारी आवासीय अपार्टमेंट की इमारतों में गश्त करते हैं और लोगों के घरों में होने वाली गतिविधियों को सुनते हैं.
एक रिपोर्ट के अनुसार, बीजिंग के पुलिस स्टेशनों की दीवार को कागज की शीट से भरा गया है. इसमें हर अपार्टमेंट परिसर के लिए एक अलग शीट है, जिसे यूनिट के अनुसार बांटा गया है. इस पर निवासियों के फोन नंबर और अन्य जानकारी दी गई है.
शी जिनपिंग ने इस प्रयास को 'नए युग के लिए फेंगकियाओ अनुभव' का नाम दिया है. 'फेंगकियाओ' एक ऐसे शहर को संदर्भित करता है, जहां माओत्से तुंग के दौर में पार्टी ने नागरिकों को कथित राजनीतिक दुश्मनों को सबक सिखाने के लिए प्रोत्साहित किया था. उस दौर में प्रोफेसरों, उच्च शिक्षित व्यक्तियों समेत उच्च वर्ग के लोगों को सार्वजनिक रूप से तब तक अपमानित किया जाता था जब तक वे कम्युनिस्ट विरोधी कविता लिखने जैसे अपराधों को स्वीकार नहीं कर लेते थे. इस दौरान लोगों को सार्वजनिक रूप से पीटा और प्रताड़ित किया जाता था.